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व्हाइट कॉलर JOB का सपना चढ़ा ब्लैक कॉलर कंपनी की भेंट, ऑडिटोरियम में चीखे सैकड़ों युवा…

पीएम मोदी के प्रवास के ठीक दो दिन पहले, आरोप - युवाओं को छला जा रहा है सपने दिखाकर, तीन माह बीते काम का पैसा नहीं। आवाज उठाई तो 155 हुए बाहर।

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इन युवाओं से देश के PM नरेंद्र मोदी जांवगा बीपीओ कॉल सेंटर में करेंगे मुलाकात

इन युवाओं से देश के PM नरेंद्र मोदी जांवगा बीपीओ कॉल सेंटर में करेंगे मुलाकात

इन युवाओं से देश के PM नरेंद्र मोदी जांवगा बीपीओ कॉल सेंटर में करेंगे मुलाकात ...
दंतेवाड़ा।
पीएम नरेन्द्र मोदी के आने के ठीक पहले गीदम स्थित ऑडोटोरियम एक साथ सैकड़ो युवाओ की चीख से गूंजा। युवाओं का बड़ा आरोप था कि व्हाइट कॉलर जॉब का सपना दिखने वाली ब्लैक कॉलर कंपनी है। 700 युवाओं को रोजगार का वादा किया, कमिटमेंट भी पूरी नहीं कर रही है। 15 हजार प्रतिमाह का वादा किया, मिल रहा है सिर्फ 2 से 4 हजार। युवाओं ने गंभीर आरोप भी लागए। उनका कहना था कि सिक्स जनरेशन प्रा. लि. कंपनी के ट्रेनर राजशेखर बस्तर के युवाओं के प्रति अच्छी मानसिकता नहीं रखता। गन्दी भाषा का इस्तेमाल करते है। कहता है बस्तर के डफर इडियट्स। इस भाषाशैली का प्रयोग किसी संस्था में होते नहीं देखा। युवाओ को छलने का काम किया जा रहा है।

हक की बात करने पर कर दिया टर्मिनेट
हालात ये है कि इस कंपनी ने दर्जनों युवक-युवतियों को टर्मिनेट कर दिया है। ये वो युवा थे जिन्होंने अपने हक की बात कही। आरोप लगा संस्था में शराब पी कर आते हो। वही 155 को अयोग्य बता कर निकाला गया। 14 अप्रैल को बीजापुर में पीएम मोदी के सामने दक्षिण बस्तर के इस व्हाइट कॉलर जॉब को बेरोजगारों के उज्ज्वल भविष्य के रुप में प्रशासन पेश करेगा। इसका बकायदा वहां पर स्टॉल लगाया गया है। उस स्टॉल में कुछ युवाओं को तैनात किया गया है। जिनसे पीएम मोदी चर्चा भी करेंगे। ठीक उससे पहले जावंगा सेंटर में संस्था के अत्याचार का खुलासा युवाओं ने गुरुवार को कर दिया। इस पूरे मसले को सुलझाने के लिए तहसीलदार दिव्या पोटाईए नायब तहसीलदार नेताम और आस्था विद्या मंदिर के प्राचार्य संतोष प्रधान मौजूद थे। चार से पांच घंटे तक आडोटोरियम में हंगामे का शो चला। अधिकारियों के समझाने के बाद और उनको आश्वासन दिया गया कि तीन दिन के भीतर इस समस्या का शॉट आउट कर दिया जाएगा। इसके बाद बीपीओ संस्था में काम करने वाले और ट्रेनिंग ले रहे युवा शांत हुए।

जावंगा से जांगला पहुंची बीपीओ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रशासन यह दिखाना चाहता है कि बस्तर जैसे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में युवा बेहद इंटेलीजेंट और हाईटेक है। जावंगा में संचालित बीपीओ कॉल सेंटर की अवधारणा जांगला में भी रखी गई है। वहां पर बेरोजगारी को दूर करने की मिसाल दिखाई जाएगी। बताया जा रहा है कि युवाओं से पीएम मोदी चर्चा भी करेंगे। दंतेवाड़ा के तमाम योजनाओं की हुबहू नकल कर प्रदर्शनी बीजापुर में लगाई जा रही है। जावंगा से व्हाइट कॉलर का जॉब पीएम मोदी के सामने जांगला में रहेगा। दंतेवाड़ा के जावंगा में बीपीओ कॉल सेंटर के युवक. युवतियों से सीएम सहित अन्य मंत्री और नीति आयोग से सदस्य मुलाकात कर चुके हैं। अब छले गए इन युवाओं से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जांवगा बीपीओ कॉल सेंटर में मुलाकात करेंगे।

तीन से चार हजार रूपए बर्तन मांजने में मिल जाते हैं
गीदम की रहने वाली नसीमा शेख का दर्द उभरकर सामने आया। मीडिया के सामने उसने कहा इस कंपनी ने छह माह युवा धन का दुरूपयोग किया है। पढ़े. लिखे युवाओं को अंधेरे में रखा। उनको कभी कोई लिखित दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया गया। दस से पंद्रह हजार रूपए का झांसा देकर महज तीन से चार हजार रुपए दिए गए। इतने पैसे तो बिना पढ़ा लिखा बेरोजगार बर्तन मांजकर कमा लेता। वहीं युवाओं का कहना है कि तीन माह तक कंपनी के ट्रेनर की खरी. खोटी सुनी। बस्तर के युवाओं को डफर डियटस जैसे शब्दों से संबोधित किया गया। इतनी जिल्लत झेलने के बाद ढाई से चार हजार रुपए सेलरी के रूप में दिए गए। इतने दिनों में खेत में पसीना बहाते। 80.85 दिन की धान की फसल तैयार करते। हमारी मेहनत का मेहनताना प्रशासन दिला दे। अब किसी कंपनी के चक्कर में नहीं पडऩा। प्रशासन ने भी इस जॉब के लिए सपने दिखाए थे। इसलिए बस्तर का युवा इस क्षेत्र में कूदा।

तीन दिन में सुलझा लिया जाएगा मसला
दोनों पक्षों की बातें सुनी जा रही है। बच्चों की समस्याओं को समझकर तीन दिन में इस मसले को सुलझा लिया जाएगा। अभी बच्चों की मुख्य समस्या मानदेय को लेकर है। इस पर कंपनी से बात की जा रही है। जल्द ही उपजे विवाद का पटाक्षेप कर दिया जाएगा।
दिव्या पोटाई, तहसीलदार गीदम

वायदे के आधार पर दिया जा रहा वेतन
संस्था में किसी भी बच्चे को प्रताडि़त नहीं किया जाता है। कुछ युवा नशे की हालत में संस्था में आते थे। उनको बाहर का रास्ता दिखाया गया था। किसी भी ट्रेनर ने अभद्र्र और अश्लील शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया है। मानदेय को लेकर जिन बच्चों को समस्या है उनकी बात सुनी जा रही है। अभी 45 दिन ही हुए हैं प्रशिक्षण को। जो कंपनी ने वायदे किए थे, उसी आधार पर वेतन दिया जा रहा है।
राजीव कुमार, संचालक, सिक्स जनरेशन प्रा.लि.