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कॉलेज बस चली नहीं, छात्रों से चार माह की फीस वसूली

-सरकारी कॉलेज में मनमानी परीक्षा फीस वसूलकर दो करोड़ से ज्यादा की धनराशि जुटाई, छात्र की शिकायत पर टालमटोली

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-सरकारी कॉलेज में मनमानी परीक्षा फीस वसूलकर दो करोड़ से ज्यादा की धनराशि जुटाई, छात्र की शिकायत पर टालमटोली

दतिया. शासकीय पीजी कॉलेज में छात्र-छात्राओं को बस सुविधा न होने के बाद भी इसकी फीस अदा करना पड़ी। कालेज प्रशासन ने करीब 12 लाख रुपए की राशि इससे जुटाई। इसी तरह परीक्षा शुल्क के नाम पर भी मनमाने ढंग से छात्र-छात्राओं से धनराशि वसूली गई। यह राशि भी दो करोड़ के करीब है। अब कॉलेज प्रशासन इसकी जांच में जुट गया है।

बस सुविधा शुल्क लिए जाने का मामला शैक्षणिक सत्र 2025-26 से जुड़ा है। कॉलेज में अध्ययनरत करीब 10 हजार छात्र-छात्राओं से बस सुविधा के नाम पर प्रति छात्र 120 रुपए वसूले गए। इस तरह कुल लगभग 12 लाख रुपए की राशि छात्रों से ली गई।

छात्र ने प्राचार्य से की शिकायत

आरोप है कि जुलाई से अक्टूबर तक छात्रों को कोई भी बस सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। इस संबंध में कॉलेज के छात्र हिमांशु गुर्जर ने प्राचार्य को लिखित शिकायत दी।

कॉलेज प्रबंधन ने किया स्वीकार

शिकायत के बाद की गई आंतरिक जांच में कॉलेज प्रबंधन ने यह स्वीकार कर लिया कि बिना सुविधा दिए छात्रों से राशि वसूली गई है। फिलहाल प्रबंधन ने इस राशि को आगामी शिक्षण सत्र के शुल्क में समायोजित करने की बात कही है, लेकिन छात्रों का कहना है कि यह सीधे तौर पर आर्थिक शोषण का मामला है।

विवि के आदेश को किया दरकिनार

कॉलेज के छात्र दीपांशु गुर्जर ने खुलासा किया है कि वर्ष 2022-23, 2023-24, 2024-25 और 2025-26 में तत्कालीन प्राचार्य एवं मुख्य परीक्षा नियंत्रक दयाराम राहुल ने अपने हस्ताक्षरयुक्त पत्र में यह स्पष्ट आदेश जारी किया था कि परीक्षा शुल्क जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के निर्धारित शुल्क के अनुसार ही लिया जाएगा। इसके बावजूद कॉलेज प्रबंधन ने इन आदेशों के विपरीत जाकर प्रति छात्र लगभग 569 रुपए अतिरिक्त परीक्षा शुल्क वसूला।

लिए जाने थे 1481 रुपए, वसूले 2050

कॉलेज में अध्ययनरत लगभग 10 हजार विद्यार्थियों का हिसाब लगाया जाए, तो यह अतिरिक्त वसूली करीब 2 करोड़ 27 लाख रुपये तक पहुंचती है। बी-कॉम द्वितीय वर्ष के छात्रों से जीवाजी विश्वविद्यालय के निर्धारित 1481 रुपये के बजाय 2050 रुपये वसूले गए। इसी तरह बीए, एमए, एमएससी और एमकॉम के जूनियर व सीनियर छात्रों से भी इसी अनुपात में अतिरिक्त राशि ली गई।

जांच समिति गठित

बस सुविधा शुल्क को अगले शिक्षण सत्र के लिए समायोजित किया जा रहा है। परीक्षा शुल्क वाला मामला गंभीर है, इसके लिए जांच समिति बनाई है, रिपोर्ट आने पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।
डॉ जयश्री त्रिवेदी, प्राचार्य पीजी कॉलेज दतिया