
फाइलें
दौसा. जिले में श्रमिकों की डायरी बनवाने, उनकी बालिकाओं को शुभशक्ति योजना, छात्रवृत्तियों एवं प्रसूताओं समेत विभाग के अधीन चलने वाली कई योजनाओं के करीब 59 हजार 63 लाभार्थियों के आवेदनों की फाइलें श्रम विभाग में अटकी हुई है। लाभार्थी एवं उनके परिजन श्रमिक डायरी लेने, बालिकाओं की शादी के बाद मिलने वाली शुभशक्ति योजना की राशि, छात्रवृत्तियां लेने के लिए दिन प्रतिदिन चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनको योजनाओं के लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसा नहीं है मामला उच्च अधिकारी व जन प्रतिनिधियों की जानकारी में नहीं है, फिर भी गरीबों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
इस योजना में इतने मामले
श्रम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के 29 हजार 630 लोगों ने अपनी श्रमिक डायरी बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन करा रखा है, लेकिन उनकी श्रमिक डायरियां नहीं बन पा रही है। इसी प्रकार जिन श्रमिकों की डायरियां बन चुकी है और उनमें से जिन्होंने बेटियों की शादी के बाद मिलने वाली 55-55 हजार रुपए की सहायता के लिए आवेदन किया, ऐसे पीडि़तों की संख्या भी 6389 है। 21977 आवेदन श्रमिकों के बालकों की छात्रवृत्तियों के भी अटके हुए हैं। यहां तक कि 973 प्रसूताओं को भी लाभ मिलने का इंतजार है। सिलिकोसिस पीडि़तों के भी 94 मामले अटके हुए हैं।
ऐसे मिलता है लाभ
राजस्थान सरकार ने 1 जनवरी 2016 में शुभशक्ति योजना लागू की थी। इस योजना में बालिका के माता-पिता दोनों में से कोई एक वर्ष से श्रमिक विभाग में पंजीयन होना चाहिए। लाभार्थी कम से कम 8 वीं पास होनी चाहिए। बेटी का बैंक में खाता होना चाहिए। इनकी बेटियों को शादी के बाद 55 -55 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। जिले में इस योजना में लाभ लेने वालों के संख्या 6 हजार 389 आवेदन लम्बित पड़े हैं। वहीं छात्रवृत्ति योजना में भी श्रमिकों के बालकों को कक्षा 6 से 8 तक छात्रवृत्ति मिलती है। इसमें बालिकाओं को 9 हजार व बालकों को 8 हजार रुपए मिलते हैं। इसी प्रकार 8 वीं से 10 वीं तक पढऩे वाली बालिका को 10 हजार व बालक को 9 हजार रुपए छात्रवृत्ति मिलती है। उच्च शिक्षा एवं डिप्लोमा डिग्री पर यह राशि बढ़ती जाती है। प्रसूताओं को भी लड़की पैदा होने पर 21 हजार व लड़का पैदा होने पर 20 हजार रुपए की सहायता राशि मिलती है।
आशा थी जल्द मिल जाएगी सहायता
पापड़दा निवासी रामविलास ने बताया उन्होंने दो बेटियों की शादी कर दी। शुभशक्ति योजना में श्रम विभाग आवेदन कर दिया लेकिन अभी तक भुगतान नहीं हुआ। ऐसे एक नहीं बल्कि हजारों श्रमिक है जिनकी बेटियों की शादी का भुगतान, छारेड़ा निवासी गिर्राज ने बताया कि उनकी भतीजियों की शादी के लिए आवेदन किए दो वर्ष हो गए, लेकिन भुगतान नहीं हो रहा है।
चरम पर पहुंच गया था भ्रष्टाचार
इस समय गरीब एवं श्रमिक योजनाओं में लाभ लेने के लिए विभाग कार्यालय में चक्कर काट रहे हैं। इस विभाग में पिछले दिनों काफी दलाल सक्रिय हो गए थे। भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया था। इसी कारण विभाग की फाइलों की जांच एसीबी भी कर रही है।
मौके पर किया जाएगा निरीक्षण
श्रमिक विभाग में पेंडेंसी बहुत अधिक है। पेंडेंसी खत्म करने पर पूरा जोर दिया जाएगा। लेकिन अब वास्तविक श्रमिकों को ही योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग जिन साढ़े 29 हजार श्रमिकों ने श्रमिक डायरी के आवेदन कर रखा है। उनकी डायरी बनाने से पहले यह जांच की जाएगी कि उसने वास्तव में मनरेगा या किसी संवेदक या मकान मालिक के यहां 90 दिन काम किया है या नहीं। यदि वास्तव में उसने 90 दिन काम किया है तो ही उसकी श्रमिक डायरी बनेगी और नहीं किया है तो डायरी नहीं बनेगी। जिन लोगों ने डायरी बना कर योजनाओं के लिए आवेदन कर रखा है उनकी भी जांच किए बिना भुगतान नहीं किया जाएगा।
अरूणा शर्मा, श्रम कल्याण अधिकारी दौसा
फैक्ट फाइल
श्रमिक डायरी के लिए रजिस्ट्रेशन - 29630
छात्रवृत्ति के आवेदन - 21977
शुभशक्ति योजना के आवेदन - 6389
प्रसूती योजना के आवेदन - 973
सिलिकोसिस 94
कुल - 59063
Published on:
21 Feb 2019 09:13 am
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