scriptकिसान विरोधी कानूनों को वापस लेना ही होगा-मुरारी | Anti-farmer laws will have to be withdrawn - Murari | Patrika News

किसान विरोधी कानूनों को वापस लेना ही होगा-मुरारी

locationदौसाPublished: Feb 20, 2021 09:29:50 pm

Submitted by:

Mahesh Jain

कृषि के कानूनों के विरोध में पदयात्रा

किसान विरोधी कानूनों को वापस लेना ही होगा-मुरारी

किसान विरोधी कानूनों को वापस लेना ही होगा-मुरारी

दौसा. कृषि संबंधी तीनों कानूनों के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी दौसा के तत्वावधान में शनिवार को पदयात्रा गिरिराज धरण मंदिर से शुरू होकर सोमनाथ चौराहे से निकलती हुई कलक्ट्रेट पहुंची। पदयात्रा में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और किसानों ने हिस्सा लिया। यात्रा में कृषि बिलों और केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाए गए। इस अवसर पर दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानून किसानों को कंगाल कर देंगे। इन कानूनों से देश में महंगाई बढ़ेगी, वहीं किसानों पर कुछ उद्योगपतियों की मनमानी होगी।
किसानों को अपनी उपज का उचित मूल्य नहीं मिलेगा, किसान और गरीब होगा और उद्योगपति किसान की फसल का पूरा लाभ कमाएंगे। पदयात्रा के समापन पर बांदीकुई विधायक गजराज खटाना ने कहा कि देश के अंदर जब से भाजपा शासन में आई है, तब से भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महंगाई चरम सीमा पर है। डीजल-पेट्रोल के दाम आजादी के बाद सबसे उच्चतम स्तर पर है केंद्र सरकार उनको रोकने में विफल रही है। अब किसानों की जमीने कुछ उद्योगपतियों को लाभ देने के लिए हड़पना चाह रही है। कांग्रेस पार्टी किसानों के खेत और खलिहानों को किसी भी स्थिति में केंद्र सरकार को बेचने नहीं देंगी।
पदयात्रा में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रामजी लाल ओड, रामनाथ राजोरिया, घनश्याम भांडारेज, उमाशंकर बनियाना, हुकुम सिंह अवाना, डीसी बैरवा पूर्व प्रधान दौसा महिला जिला अध्यक्ष रुकमणी गुप्ता, रेनू कटारिया, जमुना सैनी, हंसराज सिंह और प्रहलाद रोड़ा, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष पूरण बांदीकुई, दुर्गा लाल सैनी भांडारेज, दुर्गा लाल मीरवाल, अक्षित शर्मा, सुरेश घोसी सहित कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
दिल्ली बॉर्डर रवाना हुए किसान
दौसा. केंद्र सरकार के कृषि विरोधी कानूनों के विरोध में गांधी तिराहे होते हुए जिला कलेक्ट्रेट से किसान शाहजहांपुर बॉर्डर दिल्ली रवाना हुए। डेमोक्रेटिक आदिकिसान महासंघ दौसा के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश पुरोहितोकाबास ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि क़ानून देश के आदिवासी -किसानों, मध्यम व गरीब वर्ग का अहित करने का काम करेंगे।
लवाण प्रधान महेन्द्र गंगगड़ा ने कहा कि किसान युवा, मध्यम व गरीब वर्ग जीवनयापन के लिए संघर्ष कर रहा है। पेट्रोल-डीजल से लेकर रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुओं के दामों में बेलगाम वृद्धि ने देशवासियों का विश्वास तोड़ा है। महेन्द्र नारेड़ा,शल्यावास सरपंच राजू बरवाल ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान रवि सोनड़, पूर्व प्रधान रामप्रताप नांगल बैरसी, राधेश्याम मीना, शंकर लवाण, अनिल नादरी, आदि सैकड़ों की संख्या में धरती पुत्र मौजूद रहे।
किसान विरोधी कानूनों को वापस लेना ही होगा-मुरारी
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो