शादी समारोह के चलते मंगलवार को भी बाजारों में भीड़ रही। कोई कन्यादान के लिए सामग्री खरीद रहा था तो कोई बारात में जाने के लिए कपड़े ले रहा था। कपड़े, ज्वैलरी, इलेक्ट्रॉनिक्स, बर्तन, किराना, कॉस्मेटिक सहित हर तरह के व्यवसासियों के ग्राहकों का तांता लगा रहा। हलवाइयों को पूड़ी बेलने तक के लिए कारीगर नहीं मिल रहे हैं। कैटरिंग वालों को भी स्टाफ जुटाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है।
अचानक प्रशासन की सख्ती से आयोजकों के चेहरे पर चिंता की लकीरें भी नजर आ रही है। इसका कारण है कि लोग पहले मान रहे थे कि 100 की अनुमति में 200-300 लोग आमंत्रित कर समारोह कर लेंगे। अब पुलिस व प्रशासन के एक्टिव होने से आयोजक चिंता में कार्रवाई का डर है। लोग एक-दूसरे से बचाव का रास्ता पूछ रहे हैं। कई लोगों ने तो शादी के दो-तीन दिन पहले से ही किस्तों में जीमण कार्यक्रम चला दिए।
जिले में धारा 144 लागू है। साथ ही प्रशासन सिर्फ निर्धारित स्थल पर शादी समारोह करने की ही इजाजत शर्तों के साथ दे रहा है। ऐसे में पहले की तरह पटाखों की गूंज के साथ सडक़ों पर नाचते-गाते बारात निकालने पर भी पाबंदी रहेगी। जिला मजिस्टे्रट पीयुष समारिया ने बताया कि बारात नहीं निकाल सकते हैं। सिर्फ निर्धारित स्थल पर अधिकतम 100 लोगों की मौजूदगी में शादी समारोह आयोजित करें। आतिशबाजी पर प्रदेश में प्रतिबंध लगा हुआ है तथा धारा 144 भी लागू है। सभी नियम आमजन के स्वास्थ्य के लिए बनाए गए हैं, ऐसे में पालना करने में सभी लोग सहयोग करें।
विवाह समारोह में होगी रेंडम सेम्पलिंग
दौसा. प्रदेश व जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन और सख्त हो गया है। देव उठनी ग्यारस पर जिले में होने वाले विवाह समारोह में रेंडम सेंपलिंग की जाएगी। इसके लिए जिला मजिस्टे्रट पीयुष समारिया ने सभी जिला और ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने बताया कि मैरिज गार्डन में कोरोना वायरस संक्रमण से उत्पन्न स्थिति से बचाव व रोकथाम और आमजन को कोरोना से बचाने के लिए मैरिज गार्डन, हलवाई स्टाफ की रेंडम सैम्पलिंग के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया। सीएमएचओ डॉ. बी के बजाज ने बताया कि जिला कलक्टर के निर्देशानुसार रेंडम सैम्पलिंग के लिए आरआरटी टीमों और संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।