जानकारी के अनुसार महेश्वरा निवासी कोरोना संक्रमित युवती को पीटीईटी की परीक्षा देनी थी। कॅरियर का सवाल होने के कारण उसने जिला कलक्टर से परीक्षा देने की अनुमति मांगी। कलक्टर ने तुरंत सीएमएचओ को व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके बाद एम्बुलेंस से छात्रा को सैंथल मोड़ मधुवन विहार कॉलोनी स्थित उच्च प्राथमिक आदर्श विद्या मंदिर परीक्षा केन्द्र पर भेज दिया गया। परीक्षा केन्द्र प्रशासन ने कोरोना संक्रमित युवती को प्रवेश देने में आनाकानी की। कभी सूचना नहीं होने की तो कभी पीपीई किट नहीं होने की बात कही। फिर एम्बुलेंस में परीक्षा देने की बात करने लगे। मौके पर मीडिया के पहुंचने पर आला अधिकारियों तक मामला पहुंचा। आखिरकार परीक्षा चालू होने के करीब दस मिनट बाद छात्रा को अंदर प्रवेश दिया गया। छात्रा ने बताया कि वे करीब 2.15 बजे पहुंच गए थे, लेकिन केन्द्र में स्टाफ के आनाकानी करने के कारण करीब 3.10 बजे अंदर बैठाया गया।
इधर, केन्द्र के ऑब्जर्वर महेश मीना ने बताया कि उनके पास पीपीई किट नहीं था और ना ही कोई हेल्थ वर्कर आया। पहले सूचना भी नहीं थी। ऐसे में अन्य परीक्षार्थियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी हमारे ऊपर थी। बाद में पीपीई किट आने पर छात्रा को अंदर बैठाकर परीक्षा दिलवा दी गई।
परीक्षा के जिला समन्वयक डॉ. ओमप्रकाश मीना ने बताया कि चिकित्सा विभाग से अनुमति के चलते छात्रा को कुछ देर रोकना पड़ा। बाद में परीक्षा दिलवा दी गई। इधर, सीएमएचओ डॉ. पीएम वर्मा ने बताया कि जिला कलक्टर के निर्देश मिलते ही छात्रा को अनुमति देकर अस्पताल से एम्बुलेंस के माध्यम से केन्द्र पर भिजवा दिया था। केन्द्र पर आनाकानी की सूचना मिलते ही छात्रा को प्रवेश दिलवा दिया गया।
जिले में प्रथम पारी में सुबह 9 से 12 बजे तक 34 केन्द्रों पर बीएससी बीएड व बीए बीएड के अभ्यर्थियों की परीक्षा हुई। इमसें कुल 9303 में से 8112 उपस्थित हुए। 1 हजार 191 अभ्यर्थी गैर हाजिर रहे। परीक्षा के जिला समन्वयक डॉ. ओमप्रकाश मीना ने बताया कि दूसरी पारी में पीटीईटी 46 केन्द्रों पर दोपहर 3 से 6 बजे तक आयोजित की गई। इसमें 11 हजार 935 में से 11 हजार 12 अभ्यर्थी शामिल हुए। 923 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि केन्द्र में कोरोना गाइड लाइन की पूरी तरह पालना की गई। सेनेटाइजर का इंतजाम किया। कई जगह स्केनिंग भी की। मास्क लगाने पर ही अभ्यर्थी को अंदर प्रवेश दिया गया। प्रशासन के अधिकारियों ने भी केन्द्रों का जायजा लिया। पुलिसकर्मी भी तैनात रहे।
केन्द्र के अंदर भले ही कोरोना गाइड लाइन की पालना का दावा किया जा रहा है, लेकिन बाहर का नजारा विपरीत था। केन्द्र के बाहर मेले जैसा नजारा था। बोर्ड पर बैठक व्यवस्था देखने के लिए छात्र मारामारी करते दिखे। वहीं परीक्षा छूटने के बाद आगरा रोड, गांधी तिराहा, लालसोट रोड सहित अन्य जगह यातायात बाधित हो गया। बड़ी संख्या में परिजन निजी वाहनों से परीक्षार्थियों को लेने आए।