27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जलपरी के जीवन पर संकट!

तलाई का सूखा पानी, मछलियों की जान जोखिम में...

2 min read
Google source verification
fish in pond

नांगल राजावतान. मछली जल की रानी है, जीवन उसका पानी है। लेकिन यहां पानी के अभाव में जलपरियां दम तोडऩे को विवश है। कुछ ऐसा ही दृश्य उपखण्ड के गांव किशोरपुरा स्थित तलाई में पानी सूखने से दर्जनों मछलियों की मौत होन से नजर आ रहा है। तलाई का पानी सूखने पर मछलियों की जान बचाने के लिए ग्रामीण तलाई में टैंकर व ट्यूबवैल चलाकर पानी भर रहे हैं।


वर्षों पुरानी करीब छह बीघा भूमि में बनी तलाई में गांव सहित आस-पास के क्षेत्र का बारिश का पानी भर जाता था। एक दशक पहले दौसा-गंगापुर रेल लाइन के लिए मिट्टी खुदाई के दौरान तलाई की गहराई करीब तीस फीट कर दी गई। इसमें बारिश का पानी भरने के बाद तलाई का पानी सालभर तक नहीं सूखता था। इसे लेकर इसमें मछली पल रही थी, लेकिन कई सालों से कम बारिश व भूजल स्तर गिरने से इस वर्ष तलाई का पानी सूख गया। इससे तलाई में पल रही मछलियों की मौत होने पर ग्रामीणों ने उनकी जान बचाने का बीड़ा उठाया।

ग्रामीणों द्वारा इन दिनों तलाई के आस-पास के ट्यूबवैलों व टैंकरों से पानी डालने कार्य चल रहा है, लेकिन बिजली आपूर्ति कम होने से लोगों को तलाई में पानी भरने के लिए परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने मछलियों की जान बचाने के लिए विद्युत निगम अधिकारियों से थ्री फेज बिजली आपूर्ति करने की मांग की है। तलाई में पानी भरने के लिए रतनलाल मीना, दामोदर, कैलाश, जयराम मीना, उर्मिला देवी, गोपाली देवी, मनफूली देवी, अमरपाल मीना, सन्तरा देवी सहित दर्जनों ग्रामीण जुटे हुए हैं।


ऐसे बढ़ी मछलियों की संख्या


ग्रामीण मूथरेश मीना, गोविन्दनारायण शर्मा ने बताया कि तलाई में सालभर पानी रहने पर करीब आठ साल पहले ग्रामीणों ने एक ठेकेदार को तलाई में मछली पालने का टेण्डर दे दिया। ठेकेदार ने कुछ मछलियां तो निकाली ली, लेकिन बाद में ग्रामीणों ने विरोध कर ठेकेदार को मछलियां नहीं निकालने दी। इसके बाद साल दर साल तलाई में मछलियां बढ़ती गई। अभी भी तलाई में सैकड़ों की में मछलियां मौजूद हैं।

जनसहयोग से भी तलाई में भर रहे पानी


किशोरपुरा तलाई में पानी सूखने पर मछलियों की जान बचाने के लिए स्थानीय ग्रामीणों सहित आसपास के गांवों के लोगों ने चंदा देकर तलाई में टैंकरों से पानी डलवा रहे हैं। गांव के कुछ लोग अपने ट्यूबवैल चलाकर तलाई में पानी भर रहे हैं। इससे मछलियों की जान बच रही है।

मछलियों की सुरक्षा के लिए तलाई के पास बसे कई परिवार


किशोरपुरा तलाई में पल रही हजारों मछलियों की सुरक्षा के लिए उसके आसपास करीब आधा दर्जन परिवार बस गए हैं। ये परिवार अपनी खातेदारी भूमि की देखभाल करने के साथ ही तलाई में पल रही मछलियों की देखभाल भी करते हैं। इसके चलते तलाई में आज सैकड़ों मछलियां पल रही है।


आस्था का केन्द्र बनी किशोरपुरा तलाई


किशोरपुरा तलाई में पल रही हजारों मछलियों को दाना डालने के लिए लालसोट, दौसा, मलवास, खानवास, राजवास, छारेड़ा सहित दर्जनों गांवों के लोग प्रतिदिन दाना डालने आते है। पूर्णिमा के दिन तो दिनभर तलाई में दाना डालने वाले लोगों की भीड़ लगी रहती है।