मौत के मामलों में भी ग्रामीण इलाका आगे
जिले में यदि कोरोना वायरस संक्रमितों की मौत में शहरी व ग्रामीण इलाकों में देखा जाए तो ग्रामीण इलाकों में ही अधिक मौत हुई है। चिकित्सा विभाग ने जिन 51 मौतों को कोरोना वायरस से माना है, उनमें शहरी इलाके में 18 व 33 ग्रामीण इलाकों में मानी गई है। दौसा शहर में 12, व ग्रामीण इलाकों में 4 मौत हुई है। जबकि जिले के बांदीकुई इलाके में 2 शहरी व 6 ग्रामीण इलाकों में मौत हुई है। इसी प्रकार लालसोट इलाके की बात करें तो यहां शहरी इलाके में मात्र 3 तो ग्रामीण इलाके में 10 जनों की मौत हो चुकी है। इसी प्रकार महुवा के शहरी इलाके में 1 तो ग्रामीण इलाके में 5 जनों की मौत हो गई। इसी प्रकर सिकराय में 8 जनों की कोरोना वायरस संक्रमित होने से मौत हो चुकी है।
जिले में यदि कोरोना वायरस संक्रमितों की मौत में शहरी व ग्रामीण इलाकों में देखा जाए तो ग्रामीण इलाकों में ही अधिक मौत हुई है। चिकित्सा विभाग ने जिन 51 मौतों को कोरोना वायरस से माना है, उनमें शहरी इलाके में 18 व 33 ग्रामीण इलाकों में मानी गई है। दौसा शहर में 12, व ग्रामीण इलाकों में 4 मौत हुई है। जबकि जिले के बांदीकुई इलाके में 2 शहरी व 6 ग्रामीण इलाकों में मौत हुई है। इसी प्रकार लालसोट इलाके की बात करें तो यहां शहरी इलाके में मात्र 3 तो ग्रामीण इलाके में 10 जनों की मौत हो चुकी है। इसी प्रकार महुवा के शहरी इलाके में 1 तो ग्रामीण इलाके में 5 जनों की मौत हो गई। इसी प्रकर सिकराय में 8 जनों की कोरोना वायरस संक्रमित होने से मौत हो चुकी है।
यह है विशेषज्ञों का कहना
ग्रामीणों ने बरती लापरवाही जिले में ग्रामीण इलाकों में कोरोना वायरस संक्रमित होने के पीछे वैसे तो कई कारण हंै, लेकिन सबसे बड़ा कारण यह है ग्रामीण इलाकों में शादियों में लोगों ने सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया। दूषित भोजन का भी सेवन किया। यही कारण है लोगों ने लापरवाही बरती तो लोग संक्रमित हो गए।
– सुभाष बिलौनिया, डिप्टी सीएमएचओ दौसा।
ग्रामीणों ने बरती लापरवाही जिले में ग्रामीण इलाकों में कोरोना वायरस संक्रमित होने के पीछे वैसे तो कई कारण हंै, लेकिन सबसे बड़ा कारण यह है ग्रामीण इलाकों में शादियों में लोगों ने सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया। दूषित भोजन का भी सेवन किया। यही कारण है लोगों ने लापरवाही बरती तो लोग संक्रमित हो गए।
– सुभाष बिलौनिया, डिप्टी सीएमएचओ दौसा।
लॉकडाउन की सही तरीके से पालना नहीं हुई जिले में शहरी इलाके में तो लॉकडाउन की सही तरीके से पालना हो गई, लेकिन ग्रामीण इलाकों में एक भी ऐसा दिन नहीं निकला जिस दिन पूरी तरह से बाजार बंद रहे हैं। अनुमत को खुली ही है, लेकिन बिना अनुमत वाली दुकानें भी खुली हैं। लोग नियमों की पालना नहीं कर पाए। वहीं बीमार होने पर झोलाछाप चिकित्सकों से इलाज कराते रहे।
– डॉ. सीएल सिंद्यल, चिकित्सक जिला अस्पताल दौसा।
– डॉ. सीएल सिंद्यल, चिकित्सक जिला अस्पताल दौसा।