scriptदौसा… कहीं फिर भारी ना पड़ जाए सावे | Dausa... don't let it get heavy again | Patrika News

दौसा… कहीं फिर भारी ना पड़ जाए सावे

locationदौसाPublished: Jun 18, 2021 09:17:22 pm

Submitted by:

Rajendra Jain

ग्रामीण इलाकों में अनुमति बिना ही आयोजन की तैयारीकल गंगा दशहरे के शुभ मुहूर्त पर शादियों की भरमारलॉकडाउन में ढील मिलते ही अब आगामी एक माह शादी सीजन

दौसा... कहीं फिर भारी ना पड़ जाए सावे

– दौसा. शादियों को देखते हुए बाजार में उमड़ी भीड़।

दौसा. प्रदेश सहित जिले में लॉकडाउन में रियायतें मिलते ही कोरोना को लेकर बरती जा रही सतर्कता गायब हो गई है। बाजारों सहित अन्य जगह कोविड अनुकूल व्यवहार को दरकिनार किया जा रहा है। सरकार ने भले ही 30 जून तक शादी-समारोह का आयोजन नहीं करने की अपील कर रखी हो, लेकिन लोग अब मान नहीं रहे। घर पर ही 11 लोगों की मौजूदगी में विवाह करने की छूट मिली होने के चलते आगामी 20 जुलाई को देवशयन से पूर्व एक माह के भीतर एक दर्जन सावों पर शादियों की भरमार होने की तैयारी चल रही है। चिंता की बात यह है कि 11 लोगों के नियम को ताक पर रखकर सामान्य तरह से शादियां करने की तैयारियां ग्रामीण इलाकों में चल रही है। खेतों व खाली भूखण्डों में शामियाना लगाकर वैवाहिक कार्यक्रम की तैयारी शुरू हो गई है। 20 जून को गंगा दशमी के शुभ मुहूर्त पर बड़ी संख्या में शादियां होने जा रही है। ये ही वजह है कि जब से बाजार खुले हैं, तभी से भीड़ का आलम बना हुआ है। गौरतलब है कि जिले में कोरोना की दूसरी लहर के भयावह होने के पीछे शादियों में नियमों की अवहेलना बड़ा कारण चिकित्सा विशेषज्ञों ने माना था। अब फिर से चिंता खड़ी हो गई है कि कहीं देवशयन से पूर्व शादी के सीजन में नियमों की पालना नहीं हुई और सावधानी नहीं बरती तो कहीं तीसरी लहर का खतरा पैदा ना हो जाए। जून में 20, 22, 23 व 24 व 30 तथा जुलाई में 1, 2, 7, 13, 15 सहित अन्य वैवाहिक मुहूर्त हैं।
मात्र 30 ने दी सूचना
दौसा उपखण्ड कार्यालय में 30 जनों ने 20 जून को गंगा दशहरे पर विवाह आयोजन की सूचना दी है। इसमें दौसा तहसील क्षेत्र में 26 व लवाण क्षेत्र के मात्र 4 विवाह है। जबकि गंगा दशहरे पर इस आंकड़े से कई गुना अधिक विवाह होने का अनुमान है। सूत्रों के अनुसार अधिकतर आयोजनकर्ता जांच के झंझट से बचने के लिए प्रशासन से अनुमति मांगने से बचकर सीधे ही आयोजन करने जा रहे हैं। 20 जून को रविवार होने के चलते अधिक गांवों में सरकारी कर्मचारी मौजूद भी नहीं रहते, इसका लाभ उठाकर गुपचुप में विवाह आयोजन निपटाने की तैयारी चल रही है। अधिकतर शादियां ग्रामीण इलाकों में ही हैं।
बाजार की भीड़ कर रही इशारा
लॉकडाउन के बाद जब से सभी तरह की दुकानें खुलनी की अनुमति मिली है, तभी से ही बाजारों में भीड़ उमड़ रही है। दुकानदारों ने बताया कि शुरू में तो लोग जरूरत का सामान लेने आ रहे थे, लेकिन अब सावों की खरीदारी हो रही है। कपड़े, फुटवियर, सौन्दर्य प्रसाधन, इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद, ज्वैलरी आदि की बिक्री हो रही है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो