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पॉश मशीन अपडेशन से बिगड़ी राशन वितरण व्यवस्था

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पॉश मशीन अपडेशन से बिगड़ी राशन वितरण व्यवस्था

दौसा. मार्च 2019 से एपीएल को छोड़ सभी बीपीएल, स्टेट बीपीएल एवं अन्त्योदय के खाद्य सुरक्षा सूची में पात्रता रखने वाले परिवारों को एक रुपए प्रति किलो गेहंू देने की घोषणा के बाद राशन डीलरों की पॉश मशीनों में अपडेशन किया जा रहा है। इसमें एक गांव के कई उपभोक्ताओं के राशन दूसरे गांव के राशन डीलर की मशीन में अपडेट हो रहे हैं। इससे राशन डीलर एवं उपभोक्ता दोनों ही परेशान हैं।

कई उपभोक्ताओं के नाम तो दस-दस किलोमीटर दूर के गांव के राशन मशीन में अपडेट हो गए हैं। अब उपभोक्ता अपनी राशन सामग्री लेने पहले जिस राशन डीलर के पास जाता था, वहां की मशीन उसका आधार कार्ड नम्बर व राशनकार्ड नम्बर एन्टर करने पर दूसरे राशन डीलर की मशीन में बता रही है।

दूसरे गांवों के राशन डीलरों की पॉश मशीनों में जुड़ गए नाम


सरकार की घोषणा के बाद से अपडेशन का काम चल रहा है। अब राशनकार्ड उपभोक्ताओं के नाम एक दूसरे राशनडीलरों की मशीनों में जुड़ रहे हैं। राशन उपभोक्ता सिंहपुरा निवासी बाबूलाल बारवाल ने बताया कि पहले ग्राम पंचायत छारेड़ा के राशन डीलर के पास से सामग्री ले रहा था। अब छारेड़ा डीलर की मशीन में आधार नम्बर एवं राशनकार्ड नम्बर एन्टर किया जाता है तो उनका नाम बागपुरा राशन डीलर की पॉश मशीन में बता रहा है। जबकि छारेड़ा उनसे एक किलोमीटर दूर है और बागपुरा छह किलोमीटर दूर है।

उन्होंने बताया कि ऐसे सैकड़ों राशन उपभोक्ता हैं, जिनका नाम उल्टा सीधा जुड़ गया है। अधिकांश राशनडीलरों के साथ यही परेशानी आ रही है। अब तक कोई भी राशन उपभोक्ता प्रदेश के किसी भी जिले के किसी भी राशनडीलर के पास से अपनी रसद सामग्री ले सकता था, लेकिन अब उपभोक्ताओं के सामने परेशानी आ रही है।

इनको तो दो रुपए किलो ही मिलेंगे गेहंू


बीपीएल, स्टेट बीपीएल एवं अन्त्योदय राशनकार्डधारी उपभोक्ताओं को तो अब 1 रुपए किलो ही गेहूं मिलेंगे, लेकिन एपीएल राशनकार्डधारी परिवारों को 2 रुपए किलो ही गेहूं मिला करेगा।

कमीशन को लेकर राशन डीलरों में असमंजस


इधर राशन डीलर खाद्य निगम से परेशान हैं। राशन डीलरों ने बताया कि सरकार 1 रुपए 21 पैसे प्रति किलो का कमीशन दे रही है। वे अब तक दो किलो के गेहूं के 1 रुपए 21 पैसे प्रति किलो काट कर 79 पैसे प्रति किलो के हिसाब से जमा कराते आ रहे थे।

राशनडीलरों ने बताया कि फरवरी में खाद्य निगम ने उनसे पूरे 2 रुपए प्रति किलोग्राम गेहूं के हिसाब से राशि ली है। उनको कमीशन भी नहीं दिया गया है। यदि मार्च में सरकार ने बीपीएल, स्टेट बीपीएल एवं अन्त्योदय परिवारों को 1 रुपए प्रति किलो गेहूं देने की घोषणा तो कर दी, लेकिन उनके कमीशन का स्पष्ट नहीं किया है।

5 किलो प्रति सदस्य का मिलता है गेहूं


खाद्य सुरक्षा सूची में पात्रता रखने वाले राशन कार्ड में प्रति सदस्य 5 किलो गेहूं प्रति माह मिलते हंै। हालांकि सरकार की इस योजना से ग्रामीणों को अच्छा लाभ मिल रहा है। आज जिले की स्थिति यह है कि पानी की कमी के कारण पचास फीसदी हिस्से में भी किसानों की भूमि में रबी की पैदावार नहीं है। ऐसे में राशन के गेहूं से हजारों परिवारों को रोटी मिल रही है।


शीघ्र ही होगा समाधान


अभी तक खाद्य सुरक्षा सूची में पात्रता रखने वाले सभी परिवारों को प्रति सदस्य 5 रुपए प्रति किलोग्राम गेहूं 2 रुपए किलोग्राम मिल रहा था, लेकिन अब बीपीएल, स्टेट बीपीएल एवं अन्त्योदय परिवारों को एक रुपए प्रति किलोग्राम गेहूं मिलेगा। इसके लिए पॉश मशीनों में अपडेशन का काम हो चल रहा है। उल्टे-सीधे नाम भी उसी से जुड़ रहे हैं। उपभोक्ता अपनी राशन सामग्री कहीं से भी ले सकता है।
- रामभजन मीना, जिला रसद अधिकारी दौसा