रिपोर्ट में आरोप लगाया कि रसीदपुर निवासी भगवतप्रसाद जांगिड़ पिछले 8-10 वर्षों से जयपुर स्थित एक कंपनी में कार्य करता था। जहां कंपनी मालिक, व अधिकारी व अन्य कर्मचारी करीब एक वर्ष से प्रताडि़त कर तथा ओवरटाइम कार्य कराकर फोन पर धमकी भी देते थे।
इससे परेशान व तंग आकर भगवत ने 18 सितंबर 2020 को विषाक्त खाकर आत्महत्या कर ली थी। उसकी मौत के बाद परिवार में पत्नी सीमा, पुत्री दीक्षा (10) व पुत्र पुलकित (6) है। परिवार में अन्य कोई कमाने वाला नहीं होने की वजह से इन पर आर्थिक संकट के साथ परिवार का भरण-पोषण का भी संकट आ गया है। ग्रामीणों ने बच्चों की शिक्षा व परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ देने की सरकार व प्रशासन से मांग की है।