जल संसाधन विभाग के अनुसार शुक्रवार सुबह से शनिवार शाम 5 बजे तक तक पिछले 36 घंटे में महुवा में 108, रामगढ़पचवारा में 137, राहुवास में 93, नांगलराजावतान में 86, दौसा में 90 एमएम बारिश हुई। इसी प्रकार बसवा में 33, रेडिया में 33, बांदीकुई में 22, मोरेल में 54, लालसोट में 48, लवाण 29,एममएम बारिश दर्ज की गई।
वहीं शनिवार सुबह 8 से शाम 5 बजे तक रामगढ़ पचवारा में 70 एमएम, मोरेल बांध पर 50, दौसा में 34, लवाण में 25, राहुवास में 43, बांदीकुई में 13, रेडिया में 19, महुवा में 35, सिकराय में 3, लालसोट में 33, बसवा में 30, नांगलराजावतान में 32 एमएम बारिश दर्ज की गई।
जिला मुख्यालय पर शुक्रवार दोपहर से शनिवार दोपहर तक बारिश का क्रम जारी रहा। अधिकतर समय रिमझिम बारिश होने से मौसम सुहाना रहा। सुबह करीब साढ़े सात बजे तेज गति से मेघ बरसे। इससे शहर की सड़कों पर पानी जमा हो गया। मंडी रोड, मानगंज, स्टेशन रोड सहित कई जगह एक फीट तक पानी भरा रहा। बारिश से शहर के कई इलाकों में रास्तों में पानी भर गया। वहीं नाले नालियों में उफान आने से सड़क पर पानी बह निकला। मण्डी रोड पर गड्ढ़ों में पानी जमा होने से पैदल गुजरना भी मुश्किल हो गया है।
बाधों में भी पानी की आवक जिले में मानसून के गति पकडऩे से अब बांधों में भी पानी आना शुरू हुआ है। उपरेड़ा बांध में 1.2 फीट, माधोसागर बांध में 3.3 फीट, झिलमिली बांध में 1.3 फीट व मोरेल बांध में 1 फीट पानी की आवक हुई।
निचले इलाकों में जलभराव जिलेभर में लगातार बारिश से निचले इलाकों में पानी जमा हो गया है। इससे आवागमन बाधित है तथा कच्चे मकानों में रहने वाले लोग चिंतित हैं। वहीं किसानों के खेतों में पानी भर गया। कई खेतों के उपरी इलाकों के पानी आने से निचले खेतों की डोल टूट गई। ग्रामीण इलाकों में सड़क किनारे गड्ढ़े भी लबालब भर गए।
चहक उठी फसलें और किसान जिलेभर में अच्छी बारिश होने से किसान खुश नजर आ रहा है। वहीं फसलों भी हरी-भरी नजर आ रही हैं। चार दिन पहले तक अधिकांश खेतों में पानी की कमी से बाजरे की फसल सूखने के कगार पर आ गई थी, अब अच्छी बारिश से फसलों में जान आ गई। किसान फसलों में यूरिया देने लगे हैं।