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गहलोत-पायलट मामले का हाईकमान करेगा समाधान: मुरारी

फिर दोहराया कि कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे

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दौसा. सर्किट हाउस में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कृषि विपणन राज्यमंत्री मुरारीलाल मीना ने कहा कि राजस्थान में जो मामला चल रहा है वह हमारे लेवल का नहीं है, आपसी झगड़ों का समाधान करने का काम हाईकमान का है। उम्मीद है कि शीघ्र हाईकमान मिल बैठकर समाधान निकालेगा। पायलट के पार्टी छोडऩे के सवाल पर मुरारी ने कहा कि संभावनाओं में नहीं जीना चाहिए। हम सब कांग्रेस के हैं और कांग्रेस के लिए काम करेंगे। उन्होंने फिर दोहराया कि वे पूर्व में ही कह चुक हैं कि कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे।

दोनों नेताओं को साधने के सवाल पर मीना ने कहा कि वे कोई कोशिश नहीं करते हैं। उनके लिए सब सम्मानित हैं। पायलट जनाधार वाले नेता हैं। राजेश पायलट के समय से 30-40 साल से साथ हैं। सचिन पायलट की मांगों का समर्थन करने को लेकर मुरारी ने कहा कि मांगों का समाधान करना उनके हाथ में नहीं है। यह हाईकमान के हाथ में है। हम फैसला होने के इंतजार में है। उम्मीद है कि अच्छा फैसला होगा। पायलट के आंदोलन की चेतावनी पर खुलकर नहीं बोलने के आरोप पर मुरारीलाल ने कहा कि वे हमेशा खुलकर रहते हैं। यह मामला संवेदनशील है और हाईकमान समाधान करेगा। जन संघर्ष यात्रा के समय चंपारण जाने की बात पर मंत्री ने कहा कि उनका टिकट एक माह पहले का था, यहां होता तो बिल्कुल जाता।


वहीं दौसा शहर में छात्रा से मारपीट के मामले में मंत्री ने कहा कि उन्होंने एसपी से बात की है। कानून व्यवस्था बनी रहना जरूरी है। इस प्रकरण में सात-आठ लड़के विभिन्न समाजों के थे। आरोपी कोई भी व्यक्ति हो, गिरफ्तार होने चाहिए। वहीं विकास कार्यों को लेकर मीना ने कहा कि शहर में करीब 80 करोड़ तथा ग्रामीण इलाकों में 150 से 200 करोड़ रुपए की लागत की सड़कें बनी हैं, जो आज तक कभी नहीं बनी। सार्वजनिक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक लेकर आगामी दो माह में काम पूरे करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी गत भाजपा सरकार व वर्तमान कांग्रेस सरकार के समय हुए विकास कार्यों की तुलना कर सकता है कि किस शासनकाल में अधिक काम हुए हैं। इस दौरान राकेश चौधरी, नरेन्द्र जैमन, घनश्याम शर्मा, उमाशंकर बनियाना सहित कई नेता मौजूद थे।