दिन-तीन से थे एसीबी के रडार पर
निरीक्षक कप्तान सिंह ने बताया कि गिरफ्तार पटवारी द्वारा परिवादी से पांच हजार रुपए लेने के बाद यह कहां गया था, जब भी उसे समय मिलेगा, तब वह 25 हजार रुपए की शेष रकम प्राप्त कर लेगा। 19 जून को सत्यापन के बाद से ही उक्त पटवारी एसीबी के रडार पर आ गया और दो- तीन दिनों से लगातार लालसोट क्षेत्र में रहते हुए एसीबी टीम इस पटवारी के खिलाफ कार्रवाई के प्रयास में जुटी रही। इसके बाद मंगलवार दोपहर टीम को सफलता मिली।
दौसा आवास पर भी किया सर्च : निरीक्षक ने बताया कि ट्रेप की कार्रवाई के बाद विभाग की एक टीम पटवारी के दौसा अमरनाथ कॉलोनी स्थित आवास पर पहुंची और वहां भी सर्च की कार्रवाई की गई है।
निरीक्षक कप्तान सिंह ने बताया कि गिरफ्तार पटवारी द्वारा परिवादी से पांच हजार रुपए लेने के बाद यह कहां गया था, जब भी उसे समय मिलेगा, तब वह 25 हजार रुपए की शेष रकम प्राप्त कर लेगा। 19 जून को सत्यापन के बाद से ही उक्त पटवारी एसीबी के रडार पर आ गया और दो- तीन दिनों से लगातार लालसोट क्षेत्र में रहते हुए एसीबी टीम इस पटवारी के खिलाफ कार्रवाई के प्रयास में जुटी रही। इसके बाद मंगलवार दोपहर टीम को सफलता मिली।
दौसा आवास पर भी किया सर्च : निरीक्षक ने बताया कि ट्रेप की कार्रवाई के बाद विभाग की एक टीम पटवारी के दौसा अमरनाथ कॉलोनी स्थित आवास पर पहुंची और वहां भी सर्च की कार्रवाई की गई है।
राजस्व विभाग पर फिर खड़े हुए सवाल
एसीबी की उक्त कार्रवाई की सूचना मिलते ही पूरे क्षेत्र के सरकारी महकमे व राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया। इस कार्रवाई ने एक बार फिर राजस्व विभाग पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गत वर्ष भी एसीबी की टीम तहसील कार्यालय में एक कार्मिक को रिश्वत लेने के आरोप मेें गिरफ्तार कर चुकी है, ऐसे में इस कार्रवाई ने एक बार फिर राजस्व विभाग में जमीनों को लेकर होने वाले घालमेल की खेल को उजागर करते हुए विभाग के कार्मिकों की कार्यशैली को कटघरे में भी खड़ा कर दिया है।
एसीबी की उक्त कार्रवाई की सूचना मिलते ही पूरे क्षेत्र के सरकारी महकमे व राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया। इस कार्रवाई ने एक बार फिर राजस्व विभाग पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गत वर्ष भी एसीबी की टीम तहसील कार्यालय में एक कार्मिक को रिश्वत लेने के आरोप मेें गिरफ्तार कर चुकी है, ऐसे में इस कार्रवाई ने एक बार फिर राजस्व विभाग में जमीनों को लेकर होने वाले घालमेल की खेल को उजागर करते हुए विभाग के कार्मिकों की कार्यशैली को कटघरे में भी खड़ा कर दिया है।