गौरतलब है कि दो माह पूर्व भाजपा से निर्वाचित सभापति राजकुमार जायसवाल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हुआ था। इसके बाद से रिक्त सीट पर अब उपचुनाव हुए हैं। मुरलीमनोहर की जीत के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नाच-गाकर जश्न मनाया। प्रदेश कांग्रेस महासचिव मुरारीलाल मीना व जीआर खटाणा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामजीलाल ओढ़ सहित कई नेता नगर परिषद पहुंचे तथा नवनिर्वाचित सभापति मुरली मनोहर का स्वागत किया गया। इधर, सभापति के उपचुनाव में प्रत्याशी भी खड़ा नहीं कर पाने पर भाजपा की किरकिरी हो रही है। तीन सांसद, सात विधायक भी पार्टी को जीत नहीं दिला पाए।
बुधवार सुबह दस बजे से नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई। मुरलीमनोहर शर्मा ने पार्षद हंसराज गुर्जर, विनोद बैंदाड़ा व अशोक शर्मा, इन्द्रकुमार मीना, बाबूलाल जैमन आदि के साथ पहुंचकर निर्दलीय के रूप में नामांकन किया। 11 बजे तक मात्र एक ही नामांकन दाखिल होने पर पार्षदों व समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। माला-साफा पहनाकर मुरली मनोहर का स्वागत किया गया।
दोपहर 2 बजे मुरली मनोहर के निर्वाचन की औपचारिक घोषणा मतदान अधिकारी मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद राजेन्द्रप्रसाद चतुर्वेदी व सहायक मतदान अधिकारी एसडीओ दौसा संतोष गोयल ने की। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नाच-गाकर जश्न मनाया। भाजपा के पार्षद भी नाचते दिखे। पार्षदों का कहना है कि यह किसी पार्टी की नहीं बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ पार्षदों की एकजुटता की जीत है।
प्रदेश कांग्रेस महासचिव मुरारीलाल मीना ने पत्रकारों से बातचीत मेें कहा कि दौसा नगर परिषद में इतिहास बन गया है। कांग्रेस का पार्षद चेयरमैन की सीट पर निर्विरोध जीत गया। अब सब मिलकर विकास का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश का वातावरण बदल रहा है। प्रत्येक चुनाव पार्टी जीत रही है। जनता की भावनाएं कांग्रेस की तरफ है। निश्चित रूप से राजस्थान से दिल्ली तक भाजपा का सूपड़ा साफ होगा। वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामजीलाल ओढ़ ने कहा कि पार्षद के चुनाव के लिए ही सिम्बल दिया जाता है। चेयरमैन के लिए सिम्बल नहीं मिलता। कांग्रेस का ही बोर्ड बना है। भाजपा व निर्दलीय पार्षदों ने सहयोग किया यह अच्छी बात है। सभी मिलकर काम करेंगे।