
दौसा. राज्यों में शिक्षा का स्तर पता करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एनएएस) सोमवार को जिले के 171 विद्यालयों में हुआ। इसमें कई जगह खानापूर्ति हुई। सर्वे डाइट के समन्वयन में हुआ, लेकिन कहीं पुख्ता व्यवस्था नजर नहीं आई। कई स्कूलों में तो सुपरवाइजर ही नहीं पहुंचे। परीक्षा बीएड व एसटीसी के प्रशिक्षणार्थियों को लेनी थी, लेकिन उन्होंने विद्यालय स्टाफ की सहायता ली।
वहीं सर्वे में स्कूल व जिले की रेंकिंग बेहतर दिखाने के लिए विद्यार्थियों की सहायता भी की गई। गोपनीयता नजर नहीं आई। खास बात यह है कि शाम 7 बजे तक डाइट के अधिकारियों को सर्वे में कितने विद्यार्थी शामिल हुए, इसका भी पता नहीं था। डाइट उप प्राचार्य ओपी मीना ने बताया कि यह परीक्षा नहीं सर्वे था। इसमें कितने विद्यार्थी शामिल हुए यह अभी पता नहीं है।
उल्लेखनीय हैकि नेशनल अचीवमेंट सर्वे के तहत कक्षा तीन व पांच में हिंदी, गणित व पर्यावरण अध्ययन का 90 मिनट का टेस्ट पेपर तथा कक्षा आठ में हिंदी, गणित, विज्ञान व सामाजिक अध्ययन के प्रश्न पूछे गए। टेस्ट के रिजल्ट के आधार पर जिला व राज्य की रैकिंग बनेगी। शैक्षणिक गुणवत्ता आधारित रैंक रिपोर्ट प्रधानमंत्री, राज्य के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व मानव संसाधन विकास मंत्रालय को प्रस्तुत की जाएगी।
इधर, सर्व शिक्षा अभियान के एडीपीसी अशोक शर्मा ने श्यालावास खुर्द, भांवता, भांवती, गुढ़ाकटला आदि स्कूलों का जायजा लेकर बेहतर तरीके से टेस्ट संपादित कराया।
दो कोड से परेशानी में छात्राएं
दौसा. श्रीसंत सुंदरदास राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय का परीक्षा फॉर्म ऑनलाइन भरते समय सर्वर द्वारा दो कोड दर्शाने से छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कॉलेज प्राचार्य लालचंद जैन ने बताया कि गलत कोड 1029 को चयन नहीं कर सही कोड 332 का छात्राएं चयन करें। सर्वर की गलती से दो कोड आ रहे हैं। गलत कोड 1029 चयन करने पर फॉर्म जमा नहीं किए जाएंगे। आवेदन की अंतिम तिथि 19 नवम्बर है। द्वितीय, तृतीय व फाइनल के आवेदन 16 से 25 नवम्बर तक भरे जाएंगे।
Published on:
14 Nov 2017 08:11 am
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