सूचना पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी मुकेश प्रजापत के नेतृत्व में टीम ने पहुंचकर मिल्क केक के सैम्पल लिए। जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया। हालांकि शुरुआती जांच में मिल्क केक मिलावटी माना जा रहा है और इसकी गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं मानी जा रही हैं। खाद्य सुरक्षा अधिकारी मुकेश प्रजापत ने बताया कि मिल्क केक में दुर्गंध आ रही थी। स्वाद में खटास दे रहा था।
लालसोट और सवाईमाधोपुर में होना था सप्लाई
बांदीकुई थाना पुलिस ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर मुकुरपुरा चौराहे पर अलवर- रावतभाटा रोडवेज बस को रुकवाकर डिक्की की तलाशी ली तो पांच कर्टन में भरे 350 किलो मिल्क केक को जब्त किया। पुलिस ने जब रोडवेज चालक व परिचालक से पड़ताल की तो पता चला कि यह मोतीवाडा गांव से विमलेश गोस्वामी नाम के व्यक्ति के द्वारा रखा गया था। पुलिस ने उसे मुकुरपुरा चौराहे पर बुलवाकर पूछताछ की तो उसने इस मिल्क केक को लालसोट और सवाईमाधोपुर में सप्लाई करने की बात कही।
पुलिस और खाद्य सुरक्षा की टीम ने सैम्पल लेने के बाद मुकुरपुरा पुलिस चौकी के पीछे मिलावटी मिल्क केक को नष्ट करवा दिया। इस मौके पर मुकुरपुरा चौकी इंचार्ज कैलाशचंद्र शर्मा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी मुकेश प्रजापत, दीपक, धर्मेन्द्र शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।
इनका कहना है…
मुखबिर की सूचना पर रोडवेज बस की जांच की गई। जिसकी डिक्की में करीब 350 किलो मिलावटी मिल्क केक मिला जिसकी सूचना खाद्य सुरक्षा टीम को दी गई।
सुरेन्द्र मलिक थानाधिकारी बांदीकुई
बस से पकड़े गए मिलावटी मिल्क केक में दुर्गंध आ रही थी। स्वाद भी खट्टा था। सैम्पल लेकर प्रयोगशाला में भेजे गए। मिल्क केक को नष्ट करवा दिया है।
मुकेश प्रजापत, खाद्य सुरक्षा अधिकारी