जिला मुख्यालय पर सर्वे के लिए करीब दस लाख रुपए का ठेका जारी कर एक कंपनी को काम सौंपा गया है। कंपनी ने सर्वे कार्य भी शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार दौसा नगर परिषद क्षेत्र में करीब 2500 हैक्टेयर एरिया है। इसके अंदर पाइप लाइनों का नया जाल बिछाने, पेयजल सप्लाई के लि उच्च जलाशय, स्टोरेज टैंक, पंप हाउस आदि का पूरा प्लान ईसरदा पेयजल योजना से मिलने वाले पानी के अनुसार तैयार किया जा रहा है।
वर्तमान में 40 प्रतिशत हिस्सा अछूता
जिला मुख्यालय पर करीब 40 प्रतिशत हिस्सा वर्तमान में जलदाय विभाग की पेयजल सप्लाई से वंचित है। आगरा रोड पर रेलवे लाइन के पार, बायपास के आसपास सहित कई इलाकों में पेयजल की लाइनें नहीं होने से लोगों को अपने स्तर पर ही पानी का प्रबंध करना पड़ता है। पुनगर्ठित पेयजल योजना के पूरे होने पर पूरा शहर पाइप लाइनों से कवर हो जाएगा।
पांच-छह दिन में आ रहा पानी
जिला मुख्यालय पर पेयजल संकट करीब एक दशक से विकट हो रहा है। एकमात्र ईसरदा प्रोजेक्ट के पूरा होने पर ही दौसा को पर्याप्त पेयजल मिलने की उम्मीद है। इन दिनों मौसम सर्द हो गया है, लेकिन लोगों को नलों से 5-6 दिन में एक बार 30-40 मिनट ही पानी मिल रहा है। ऐसे में लोगों को टैंकरों व कैम्परों से खरीदकर पानी पीना पड़ता है। जलदाय विभाग भी पेयजल की उपलब्धता नहीं होने के चलते हाथ पर हाथ धरे बैठा रहता है। वहीं आमजन भी अब समस्या बता-बताकर थक चुकी है। ईसरदा प्रोजेक्ट का पूरा होने का हर किसी को बेसब्री से इंतजार है।
ईसरदा से दौसा तक पाइप लाइन की प्रक्रिया भी शुरू
सूत्रों ने बताया कि ईसरदा बांध का काम चल रहा है। साथ ही दौसा तक पाइप लाइन बिछाने की निविदा प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। बांध के निर्माण के साथ ही लाइन डालने का काम भी होने से दौसावासियों को पेयजल की उपलब्धता जल्दी हो सकेगी।
दौसा शहर में ईसरदा परियोजना को मद्देनजर रखते हुए पेयजल योजना का पुनर्गठन प्रस्तावित है। डीपीआर के लिए सर्वे शुरू हो गया है। इस कार्य के पूरा होने पर शहर की पूरी पेयजल वितरण व्यवस्था का नवीनीकरण हो जाएगा।
हनुमानप्रसाद मीना, सहायक अभियंता दौसा