देश के कोने कोने से आने वाले श्रद्धालुओं से गुलजार रहने वाले आस्था धाम में अब श्रद्धालुओं का टोटा है। इससे मंदिर पर दर्शनार्थियों के लिए लगने वाली कतारों की जगह सूनी देखकर स्थानीय लोग भी व्याकुल हो जाते हैं। आस्था धाम के रोजगार पर भी इसका बहुत बुरा असर पड़ा है। बालाजी मंदिर के पट बंद होने से यहां की अधिकतर दुकानें बंद पड़ी हैं, वहीं सैकड़ों धर्मशाला, गेस्ट हाउस सूने पड़े हैं। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि कई लोगों को बैंकों के ऋण चुकाने के लिए नोटिस आ रहे हैं, लेकिन रोजगार के अभाव में ऋण की किस्त समय पर नहीं चुका पाने से पीडि़त लोग सरकार से गुहार लगाकर ऋण चुकाने के लिए मोहलत मांग रहे हैं। दूसरी ओर कुछ श्रद्धालु मंदिर की दहलीज पर पहुंचकर बालाजी से सुख शांति की अरदास लगाने आ रहे हैं। विभिन्न प्रांतों से एक-एक कर आने वाले श्रद्धालुओं पर रोक लगाने के लिए स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं।
दूसरे दिन भी बंद रही मंडी
लालसोट . केंद्र सरकार द्वारा जारी अध्यादेश के विरोध में शनिवार को दूसरे दिन भी लालसोट एवं मंडावरी मंडी में हड़ताल रही। ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष नवल झालानी सहित मंडी व्यापारियों एवं मंडावरी मंडी के व्यापारियों ने केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए अध्यादेश पर नाराजगी प्रकट की। उन्होंने कहा कि अध्यादेश लागू होने पर व्यापारियों के धंधे चौपट हो जाएंगे तथा बेरोजगारी बढ़ जाएगी, वहीं किसानों को भी नुकसान उठाना पड़ेगा। व्यापारियों ने कहा मंडी में किसानों का माल खुली नीलामी में बाजार भाव के हिसाब से बिक रहा है। गौरतलब है रविवार को मंडी में अवकाश होने के कारण सोमवार को मंडी खुल सकेगी। (निसं.)