इसके बाद काली डूंगरी पहाड़ी की गोद में हनुमान मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखी गई। संत अवधेशदास ने बताया कि जिस तरह क्षेत्र के श्रद्धालुओं के सहयोग से श्रीराम जानकी धाम मंदिर का निर्माण हुआ है, उसी तरह सबके सहयोग से हनुमान मंदिर का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि करीब दो सौ वर्ग गज में बनने वाले मंदिर का निर्माण आगामी दो साल में पूरा करने का लक्ष्य है और मंदिर निर्माण कार्य में तीन करोड़ रुपए की राशि खर्च होने का अनुमान है। मंदिर निर्माण कार्य वास्तु कलां विशेेषज्ञों के निर्देेशन में किया जाएगा। रामगढ़ पचवारा नले वाले हनुमान मंदिर के महंत रामदास, रघुनाथदास, मंदिर निर्माण समिति के संरक्षक नवल झालानी, गोविंद गोयल, अनिल बैनाड़ा, निर्झरना सरपंच प्रद्युम्न सिंह, चिरंजीलाल त्रिवेदी, सुदीप मिश्रा, महेश सोनी, प्रकाश निर्झरना, राजेन्द्र पांखला, सरपंच संघ अध्यक्ष हेमराज मीना समेत कई जने मौजूद रहे।(नि.प्र.)
किया दुग्धाभिषेक
रामजानकी धाम के पाटोत्सव के तहत मंदिर को भव्य तरीके से सजाया। भगवान राम व सीता की प्रतिमाओं का दुग्धाभिषेक कर शृंगार भी किया गया। दोपहर बाद सामूहिक सुंदरकांड के पाठ में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने शिरकत की। भंडारे में हजारों जनों ने पंगत प्रसादी ग्रहण की।