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मरते शहरों को संजीवनी: मास्टर प्लान की नहीं हो रही पालना, नगर निकाय ने विकास के मापदण्डों को किया दरकिनार

उच्च न्यायालय के आदेशों के बावजूद नगर निकाय मास्टर प्लान के तहत लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने में नाकाम साबित हो रही है।

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Gaurav Kumar Khandelwal

May 26, 2017

The master plan is not getting the crib, the municipal body has done the development parameters bypassing

The master plan is not getting the crib, the municipal body has done the development parameters bypassing

दौसा. उच्च न्यायालय के आदेशों के बावजूद नगर निकाय मास्टर प्लान के तहत लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने में नाकाम साबित हो रही है। निकायों ने मास्टर प्लान में आवासीय, व्यावसायिक, औद्योगिक संस्थान, सांस्कृतिक काम्पलेक्स, मनोरंजन केन्द्र, गार्डन सहित अन्य जनसुविधाओं को दरकिनार कर रखा है।

हालत यह है कि शहर में आज तक पार्किंग स्थलों की व्यवस्था नहीं की गई है। इसके चलते सड़कों पर वाहनों के बेतरतीब ढंग से खड़े रहने के कारण आए दिन जाम की स्थिति बन जाती है, वहीं आवासीय कॉलोनियों में व्यावसायिक कॉम्पलेक्स का निर्माण किया जाकर आदेशों की अवहेलना की जा रही है।

कहने को तो दौसा जिला मुख्यालय है, लेकिन नेहरू गार्डन के अलावा किसी अन्य पार्कों का विकास नहीं कराया गया है। जबकि निकायों ने सुविधा शुल्क के नाम पर लोगों से लाखों रुपए बटोर लिए। यहां लोगों के लिए मनोरंजन केन्द्र तो दूर मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है।

कई कॉलोनियों में नालियों का अभाव होने से घरों से निकलने वाला दूषित पानी सड़कों पर फैल जाने से लोगों को आवागमन में परेशानी होती है, वहीं मच्छरों के भिनभिनाने से बीमारियां फैलने का अंदेशा बना रहता है। कई कॉलोनियों में आज भी ड्रेनेज सिस्टम, पार्क, स्वास्थ्य सुविधा केन्द्र का अभाव है।

नहीं पहुंच पाती दमकल

शहर में संचालित सब्जी मण्डी भी एक छोटी सी गली में संचालित हैं। यहां करीब एक पखवाड़े पूर्व अज्ञात कारणों से लगी आग पर काबू पाने के लिए दमकल भी नहीं पहुंच पाई थी। इस कारण लोगों को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा था। सब्जी मण्डी का मार्ग अत्यधिक सिकुड़ा हुआ है।

नहीं बसा ट्रांसपोर्ट नगर

जिला मुख्यालय होने के बाद भी ट्रांसपोर्ट नगर नहीं बसाया गया है। आज भी सारी व्यावसायिक गतिविधियां आवासीय क्षेत्र में होने से भारी वाहनों का जमावड़ा बना रहता है। शहर के लोगों को आठ वर्ष पूर्व दिखाया गया ट्रांसपोर्ट नगर बसाने का सपना अभी तक सरकारी फाइलों में दौड़ रहा है।

हरियाली व सौन्दर्यन में रूचि नहीं

मास्टर प्लान के तहत कई स्थानों पर पौधारोपण कर हरियाली को बढ़ावा दिया जाना था, लेकिन निकायों ने आज तक शहर में पौधारोपण करने में रूचि नहीं दिखाई नहीं हैं। बल्कि सड़कों को चौड़ा कर पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कराकर पर्यावरण संतुलन को बिगाडऩे का कार्य किया है।

जगह चिह्नित की

मास्टर प्लान के अनुरूप ही शहर का विकास कराया जाएगा। ट्रांसपोर्ट नगर बसाने के लिए मित्रपुरा में जगह चिह्नित कर ली है। आवासीय कॉलोनी में व्यावसायिक काम्पलेक्स का निर्माण कराने वाले संचालकों को सरकार से निर्धारित मापदण्डों को पूरा करने के निर्देश दिए हुए हैं। पौधारोपण भी कराया जाएगा।

दिलीप शर्मा, आयुक्त, नगर परिषद दौसा