कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं, स्थिति कैसे सम्भालेंगे
जवाब- जिले में भले ही कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन मरीजों में गम्भीर लक्षण कम आ रहे हैं। ऐसे में अभी दवाइयों से ही कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। रिकवरी रेट ठीक है। फिर भी स्थिति गम्भीर नजर आएगी तो जिला एवं चिकित्सा प्रशासन उससे निपटने के लिए पूरी तैयारी में है।
जवाब- जिले में भले ही कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन मरीजों में गम्भीर लक्षण कम आ रहे हैं। ऐसे में अभी दवाइयों से ही कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। रिकवरी रेट ठीक है। फिर भी स्थिति गम्भीर नजर आएगी तो जिला एवं चिकित्सा प्रशासन उससे निपटने के लिए पूरी तैयारी में है।
जिला अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए बैड कम है, मरीज बढ़ जाते हैं तो क्या किया जाएगा
जवाब- जिला अस्पताल में अभी 90 बैड ऑक्सीजन वाले हैं। अन्य बैड भी है। यदि मरीजों की संख्या बढ़ती है तो उन अस्पतालों में वार्ड बनाए जाएंगे, जिनमें ऑक्सीजन वाले बैड हैं। अन्य बैड की व्यवस्था करेंगे।
जवाब- जिला अस्पताल में अभी 90 बैड ऑक्सीजन वाले हैं। अन्य बैड भी है। यदि मरीजों की संख्या बढ़ती है तो उन अस्पतालों में वार्ड बनाए जाएंगे, जिनमें ऑक्सीजन वाले बैड हैं। अन्य बैड की व्यवस्था करेंगे।
तम्बाकू उत्पादों पर कालाबाजारी अधिक हो रही है, रोकने के लिए क्या उपाय करेंगे?
जवाब- सरकार की गाइड लाइन की पालना करा रहे हैं। फिर भी ऐसा है तो कहीं से शिकायत आएगी तो कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए आमजन को भी जागरूक होना होगा। वह भी टोल फ्री नम्बर पर शिकायत कर सकता है।
जवाब- सरकार की गाइड लाइन की पालना करा रहे हैं। फिर भी ऐसा है तो कहीं से शिकायत आएगी तो कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए आमजन को भी जागरूक होना होगा। वह भी टोल फ्री नम्बर पर शिकायत कर सकता है।
उपखण्डों में गाइड लाइन की पालना नहीं हो रही है?
जवाब- ऐसा नहीं है कि जिला मुख्यालय पर ही ध्यान दिया जा रहा है। सभी उपखण्ड मजिस्ट्रेटों को सख्त निर्देश दिए हैं कि उनके इलाके में अनुशासन पखवाड़े की पूर्ण रूप से पालना होनी चाहिए। फिर भी कहीं पर लापरवाही है तो शिकायत आने पर तुरंत कार्रवाई कराई जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
जवाब- ऐसा नहीं है कि जिला मुख्यालय पर ही ध्यान दिया जा रहा है। सभी उपखण्ड मजिस्ट्रेटों को सख्त निर्देश दिए हैं कि उनके इलाके में अनुशासन पखवाड़े की पूर्ण रूप से पालना होनी चाहिए। फिर भी कहीं पर लापरवाही है तो शिकायत आने पर तुरंत कार्रवाई कराई जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
उपखण्ड स्तर पर क्या इंतजाम हैं?
जवाब- उपखण्ड मुख्यालयों पर कोरोना नियंत्रण के लिए टीमों का गठन कर रखा है। बड़े शहरों में सीसीटीव कैमरे लगा रखे हैं। उपखण्ड स्तर पर चिकित्सा व्यवस्था को देखते हुए गांव- गांव में चिकित्सा टीम सर्वे कर रही है। अनुशासन पखवाड़े की पालना के लिए उपखण्ड मजिस्ट्रेटों को सख्त निर्देश दे रखे हैं। कोरोना गाइडलाइन पालना में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी अधिकारियों को मुश्तैद रहना होगा। अनदेखी करने पर कार्रवाई की जाएगी।
जवाब- उपखण्ड मुख्यालयों पर कोरोना नियंत्रण के लिए टीमों का गठन कर रखा है। बड़े शहरों में सीसीटीव कैमरे लगा रखे हैं। उपखण्ड स्तर पर चिकित्सा व्यवस्था को देखते हुए गांव- गांव में चिकित्सा टीम सर्वे कर रही है। अनुशासन पखवाड़े की पालना के लिए उपखण्ड मजिस्ट्रेटों को सख्त निर्देश दे रखे हैं। कोरोना गाइडलाइन पालना में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी अधिकारियों को मुश्तैद रहना होगा। अनदेखी करने पर कार्रवाई की जाएगी।
कैसे रुकेगी मरीजों के रैफर की व्यवस्था
जवाब- कोरोना के अभी गम्भीर लक्षण वाले मरीज कम आ रहे हैं। मरीजों को रैफर भी नहीं किया जा रहा है। फिर भी किसी मरीज को रैफर करने की जरूरत पड़े तो इसके लिए एक टीम का गठन किया जा चुका है। टीम की अनुशंसा के बाद ही मरीज को रैफर किया जा सकेगा।
जवाब- कोरोना के अभी गम्भीर लक्षण वाले मरीज कम आ रहे हैं। मरीजों को रैफर भी नहीं किया जा रहा है। फिर भी किसी मरीज को रैफर करने की जरूरत पड़े तो इसके लिए एक टीम का गठन किया जा चुका है। टीम की अनुशंसा के बाद ही मरीज को रैफर किया जा सकेगा।