मंगलवार को पुलिस अधीक्षक अनिलकुमार बेनिवाल ने पत्रकार वार्ता में बताया कि गत 17 जून को तीतरवाड़ा कस्बा निवासी राजेश महावर (23) का शव कस्बे के समीप एक बावड़ी में पड़ा मिला था। मृतक के पिता जयराम महावर ने सैंथल थाने में मुकदमा दर्ज कराया। एएसपी अनिल सिंह चौहान व सीओ दौसा डॉ. दीपक शर्मा को खुलासा करने के निर्देश दिए। सीओ दौसा, सैंथल थाना प्रभारी सीताराम व जिला स्पेशल टीम एवं सदर थाना प्रभारी अजित सिंह बड़सरा के नेतृत्व में गठित टीम ने जांच शुरू की।
रात को बोरे में भरकर ले गए शव झोपड़ी में शव देखकर एक बार तो महिला रोने लग गई, लेकिन बाद में पति-पत्नी ने शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। वे रात 11 बजे शव को एक बोरे में भर कर करीब एक किलोमीटर दूर एक बावड़ी में ऊपर से नीचे डाल आए। बावड़ी में थोड़ा दलदल था। दूसरे दिन पास ही बकरियां चराने वाली एक बालिका की एक बकरी बावड़ी में घुस गई। बालिका बावड़ी में बकरी को निकालने के लिए घुसी तो उसमें शव पड़ा नजर आया। इसकी सूचना बालिका ने आसपास के लोगों को दी। शव की शिनाख्त राजेश महावर निवासी तीतरवाड़ा के रूप में हुई।