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नौ लाख रुपये जमा करा लिए और लोन में जब्त कार भी बेच डाली, बैंक मैनेजर सहित चार पर केस

किसी अन्य व्यक्ति से करीब नौ लाख रुपये लोन का बकाया जमा कराने के बाद भी जब्त की गई कार बेच दी गई। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने पीएनबी के मुख्य शाखा प्रबंधक सहित चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।

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रुद्रपुर के छत्तरपुर निवासी पंकज कांडपाल ने पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि इसी साल 30 मार्च को उनके पास पीएनबी रेलवे बाजार हल्द्वानी शाखा के रिकवरी एजेंट कमल प्रकाश पहुंचे थे। कमल ने उन्हें बताया कि किच्छा निवासी प्रियंका उप्रेती कार लोन के 8,41,687 रुपये चुका नहीं पाई है। बैंक ने उसकी महंगी कार को सीज कर लिया है। अगर वह महिला का लोन चुका देते हैं तो कार उनके नाम ट्रांसफर कर दी जाएगी।इस पर पंकज ने बैंक में वह धनराशि जमा कर दी थी। ऐन मौके पर उन्हें पता चला कि वह कार किसी अन्य को बेच दी है।

प्रबंधक सहित चार पर केस दर्ज
कोतवाल हरेंद्र चौधरी के मुताबिक पीड़ित की तहरीर पर मुख्य शाखा प्रबंधक उमाशंकर तिवारी, रिकवरी एजेंट कमल प्रकाश, प्रियंका उप्रेती और बैंक सह कर्मचारी सूरज बिनवाल पर केस दर्ज कर लिया गया है।

प्रबंधक से मुलाकात के बाद जमा कराई रकम
पंकज के मुताबिक उन्होंने इस मामले में मुख्य शाखा प्रबंधक उमाशंकर तिवारी से भी मुलाकात की। कार लोन की बकाया राशि करीब नौ लाख रुपये उन्होंने 31 मार्च को ही जमा कर दिए थे।

बिक चुकी थी कार
पंकज लोन का बकाया चुकाने के चार दिन बाद कार अपने नाम ट्रांसफर कराने पहुंचे। इसी दौरान उन्हें पता चला कि वह कार पहले ही किसी अन्य को बेची जा चुकी है। हालांकि बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक उमा शंकर तिवारी का कहना है कि बैंक ने पूरी प्रक्रिया के तहत ही लोन जमा कराया था।