
देवास।
इंदौर-पटना एक्सप्रेस
में दो महीने पहले 29 अप्रैल
का रिजर्वेशन कराने के लिए
शनिवार को बड़ी उम्मीद से
रेलवे स्टेशन पहुंचे लोगों
को खाली हाथ लौटना पड़ा। इस
ट्रेन से कानपुर, लखनऊ
के लिए सीटें फुल हो चुकी थीं।
काउंटर खुलने के बाद सुबह 8.05
बजे जब फॉर्म दिया गया
तो पता चला वेटिंग 25 के
पार हो गई है।
इंदौर-पटना
एक्सप्रेस में 29 अप्रैल
को रिजर्वेशन कराने के लिए
लोग शनिवार सुबह 7 बजे
से ही पहुंचने लगे थे। 8 बजे
काउंटर खुलने के बाद कुछ ही
देर में इंदौर-पटना
में वेटिंग की स्थिति देखकर
कई यात्रियों के होश उड़ गए।
वेटिंग कन्फर्म नहीं होने की
आशंका के चलते अधिकांश लोग
बिना टिकट लिए ही रवाना हो गए।
रेलवे द्वारा पिछले दिनों
पेश बजट में रिजर्वेशन 4
माह पहले कराने की
सुविधा की घोषणा की गई है,
लेकिन अभी दो माह पहले
ही रिजर्वेशन हो रहा है।
इसी
के हिसाब से 29 अप्रैल
को रवाना होने वाली इंदौर-पटना
एक्सप्रेस के लिए शनिवार को
लोग रिजर्वेशन कराने पहुंचे,
लेकिन काउंटर खुलने
के बाद सीटें खाली ही नहीं
मिली। स्थानीय रेलवे अफसरों
के अनुसार पूरे देश में कहीं
से भी रिजर्वेशन कराया जा सकता
है, साथ ही ऑनलाइन
बुकिंग की गति भी तेज हो गई है
इसके चलते सीटें जल्दी फुल
हो रही हैं।
शायद ही
किसी को मिली हो सीट
शनिवार
सुबह देवास से लखनऊ का रिजर्वेशन
कराने के लिए कतार में खड़े
महाकाल कॉलोनी के शुभम वर्मा
का नंबर सुबह 8.05 बजे
आया। उन्होंने फॉर्म दिया तो
पता चला वेटिंग चल रही है। ऐसे
में टिकट लिए बिना ही शुभम
वहां से लौट गया। शुभम के अनुसार
कतार में उसके आगे सिर्फ दो-तीन
लोग ही खड़े थे, शायद
ही किसी को पटना ट्रेन में
कन्फर्म सीट मिली होगी।
अब दो
रिजर्वेशन कराना पड़ेंगे
देवास से
कानपुर का रिजर्वेशन कराने
के लिए कतार में खड़े बीएनपी
कॉलोनी के प्रतीक सिंह ने
बताया इंदौर-पटना
में तो काउंटर खुलते ही वेटिंग
की स्थिति है। अब अन्य ट्रेनों
में टुकड़े-टुकड़े
में दो रिजर्वेशन कराना पड़ेंगे।
रुपए तो ज्यादा लगेंगे ही,
सीट मिलने की भी कोई
गारंटी नहीं है।
वैकल्पिक
व्यवस्था करें
एडवोकेट
शैलेंद्रसिंह कुशवाह ने बताया
देवास में कानपुर, लखनऊ
क्षेत्र के सैकड़ों परिवार
निवास करते हैं। इन्हें आने-जाने
के लिए सप्ताह में मात्र दो
दिन बुधवार व शनिवार को ही
ट्रेन (इंदौर-पटना
एक्सप्रेस) उपलब्ध
है। ऐसे में इस ट्रेन में हमेशा
ही सीटों की मारामारी रहती
है। इसके बावजूद कोई अन्य
व्यवस्था नहीं हो रही है या
तो इस ट्रेन के फेरे बढ़ा दिए
जाएं या फिर कोई अन्य ट्रेन
शुरू हो जाए तो समस्या से राहत
मिल सकती है।
तत्काल
टिकट में दलाल सक्रिय
समाजसेवी
अभिमन्यु गुप्ता, मुकेश
सिंह ने बताया जिन प्रमुख
रूटों की ट्रेनों में सीट की
मारामारी चल रही है उनमें
तत्काल टिकट के लिए दलाल सक्रिय
हैं। निर्धारित शुल्क के अलावा
दलाल प्रति टिकट 100 रुपए
अधिक लेकर रेलवे स्टाफ से
सांठगांठ करके यात्रियों को
आसानी से टिकट उपलब्ध करा रहे
हैं।
बड़ी खबरें
View Allट्रेंडिंग
