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प्रतिबंध के बावजूद लगे होर्डिंग्स…आलोचना हुई तो हरकत में आए अफसर

कांग्रेस विधायक के समर्थकों ने लगाए थे होर्डिंग्स, ढंक दिया था प्रतिमा कोपुलिस-प्रशासनिक अफसरों की कार्यशैली को लेकर भाजपा लगा चुकी है आरोप

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देवास

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mayur vyas

Nov 15, 2019

patrika dewas

भोपाल चौराहे पर इस तरह लगे हुए थे होर्डिंग्स, जिनको गुरुवार सुबह हटाया गया।

देवास. शहर में सरकारी सिस्टम कैसा है इसका अंदाजा शहर के मौजूदा हालात देखकर लगाया जा सकता है। सीएम और सीएस के निर्देशों का भी पालन नहीं किया जाता। जब सोशल मीडिया पर विरोध होता है तब अफसर हरकत में आते हैं।
मामला शहर में लगे होर्डिंग्स का है। दरअसल गुरुवार को लीड केपी कॉलेज में जनभागीदारी समिति अध्यक्ष का पदभार ग्रहण समारोह था। इसके चलते एक दिन पहले ही हाटपीपल्या विधायक मनोज चौधरी के समर्थकों ने होर्डिंग्स लगा दिए। भोपाल चौराहे पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा को भी होर्डिंग से ढंक दिया। इन होर्डिंग्स में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी, विधायक मनोज चौधरी सहित उनके समर्थकों के फोटो थे। बुधवार रात को ये होर्डिंग्स लगाए गए थे। रात में ही इस बात का विरोध दर्ज करवाया गया लेकिन अफसरों ने सुधनहीं ली। गुरुवार सुबह सोशल मीडिया पर इनका खूब विरोध हुआ। करणी सेना ने विरोध जताया। आमजनों ने फेसबुक-वाट्सएप पर इन होर्डिंग्स के फोटो के साथ पोस्ट्स शेयर की और जिम्मेदार अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। इसके बाद सुबह करीब ९ बजे के बाद ये होर्डिंग्स हटाए गए।
अफसरों की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
जिले के पुलिस-प्रशासन व नगर निगम अफसरों की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। बीते कुछ दिनों तक कलेक्टर-एसपी भाजपा के निशाने पर थे तो मंत्री वर्मा के पैर छूकर निगमायुक्त संजना जैन ने भी नई बहस को जन्म दिया। अब शहर में यही चर्चा हो रही है कि अफसर कांग्रेस नेताओं के इशारों पर काम कर रहे हैं जिस कारण शहर के विकास पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। जनसुनवाई औपचारिकता बनकर रह गई है और कलेक्टर अक्सर जनसुनवाई से नदारद रहते हैं। पुलिस विभाग में अंदरूनी खींचतान चल रही है और थानों की स्थिति बिगड़ती जा रही है। एडीएम पर्दे के पीछे रहकर अपना काम कर रहे हैं तो निगमायुक्त को मंत्री वर्मा अपनी बहन बताकर सियासी बहस को जन्म दे चुके हैं। शहर की स्थिति बिगड़ती जा रही है। स्वच्छता के वादे खोखले साबित हो रहे हैं और नगर निगम ध्यान नहीं दे पा रहा। सांसद और एसपी के बीच हुई नोंकझोंक का मामला गर्मा रहा है और सांसद खुली चुनौती दे चुके हैं। इसके चलते सोशल मीडिया पर तो लोग चर्चा कर ही रहे हैं, आमजनों की जुबां पर भी अफसरों की कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा हो रही है।