20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

VIDEO इंदौर में छापकर देवास सहित मप्र-गुजरात में खपा रहे थे नकली नोट, चार गिरफ्तार

-1.82 लाख के नकली व 1600 के असली नोट सहित छापने के उपकरण व अन्य सामग्री भी जब्त

3 min read
Google source verification
dewas

dewas

देवास. नकली नोटों की छपाई कर उन्हें बाजार में खपाने वाले एक गिरोह का देवास पुलिस ने पर्दाफाश किया है। इससे जुड़े चार आरोपितों को गिरफ्तार करते हुए इनके पास से1.82 लाख रुपए के नकली नोट, 1600 के असली नोट सहित छपाई में काम आने वाले विभिन्न उपकरण व अन्य सामग्री जब्त की है। इनका एक साथी अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस लगी हुई है। इस गिरोह के सदस्य भिंड, मेरठ, गुजरात आदि जगहों से जुड़े हुए हैं। नोट इंदौर में छापे जाते थे और देवास सहित अन्य जगहों पर अलग-अलग आरोपित इन्हें खपाने का काम कर रहे थे। इसके साथ ही काफी नोटों को अशोकनगर व गुजरात में भी खपाया जा चुका है।

मुखबिरों ने पुलिस को सूचना दी थी कि कुछ संदिग्ध लोग उज्जैन रोड पर ब्रिज के पास एक गार्डन में एकत्रित होने वाले हैं। इसके बाद कोतवाली पुलिस व क्राइम ब्रांच ने मिलकर सोमवार सुबह घेराबंदी की तो हुलिए के आधार पर तीन लोग मिले। इनको हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो मामला नकली नोट से जुड़ा मिला। पूछताछ में इन्होंने अपने नाम नौशाद पिता शरीफ अंसारी (39) निवासी ग्राम सरदाना जिला मेरठ (उप्र) हालमुकाम ग्राम पत्थरमुंडला इंदौर, रवि पिता जगदीशप्रसाद जायसवाल निवासी राजीवनगर इटावा, कृष्णनारायण पिता जगदीश गुप्ता (40) निवासी ग्राम देवली जिला भिंड बताए। तलाशी लेने पर नौशाद, रवि के पास 50 के नोटों की एक-एक गड्डी (5-5 हजार), कृष्णनारायण से 50 के 60 नोट (3 हजार) मिले। यह सभी नोट नकली थे जो बिल्कुल असली की तरह नजर आ रहे थे। देवास का आरोपित रवि एक भाजपा नेता के परिवार का सदस्य बताया जा रहा है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।

कर्ज बढ़ा तो जुलाहे से बन गया नकली नोटों का सौदागर

पुलिस की पूछताछ में आरोपित नौशाद ने बताया वह मेरठ का रहने वाला है और जुलाहे का काम करता था, धीरे-धीरे उसके ऊपर कर्ज बढ़ा तो वह करीब दो साल पहले इंदौर आ गया और यहां जुलाहे वाला काम शुरू कर दिया। इसी दौरान उसकी पहचान मोहल्ले में ही रहने वाले कृष्णनारायण से हुई। यहां जुलाहे के काम के साथ ही नौशाद ने अपने घर पर बटर पेपर, कलर प्रिंटर, लैपटॉप की मदद से चार-चार नोट का मास्टर प्रिंट बनाकर नोट का अगला व पिछला प्रिंट तैयार किया और दोनों को पेट्रोल व फेविकोल से बने गम (पुस्त) व रोलर की मदद से चिपकाकर तैयार किया जाने लगा। 50 रुपए के नोट होने के कारण हाट-बाजार में जब इनका उपयोग शुरू किया गया तो लोगों ने ध्यान भी नहीं दिया। इस काम में नौशाद का रिश्तेदार आशू पिता सलीम निवासी अशोकनगर भी जुड़ गया। एक अन्य आरोपित उमंग व्यास की शादी अशोकनगर में हुई है जहां से आशू से उसका परिचय है। आशू ने नौशाद से करीब ४५ हजार रुपए नकली नोट लिए जिन्हें संभवत: चलाया गया होगा।

उमंग गुजरात ले गया नकली नोट, वहां चलाए

आरोपित नौशाद से उमंग ने भी काफी नकली नोट लिए। उसके द्वारा वड़ोदारा के एक मेडिकल के माध्यम से करीब 45-50 हजार रुपए के नकली नोट चलाने की जानकारी सामने आई है। आरोपितों के खिलाफ कोतवाली में धारा 489 -क, 489 -ख, 489 -ग के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।

100,200 के नोट छापने की भी चल रही थी तैयारी

प्रेसवार्ता में एसपी चंद्रशेखर सोलंकी, एएसपी जगदीश डावर ने बताया आरोपित नौशाद द्वारा १०० व २०० रुपए के नकली नोट बनाने की भी तैयारी की जा रही थी। उसके पत्थर मुंडला स्थित मकान पर दबिश दी गई जहां से आरोपित उमंग व्यास को गिरफ्तार किया गया जो नकली नोट की डिलेवरी के संबंध में आया था। नौशाद के मकान से 200 के आठ असली नोट (4-4 की सीरिज में आगे पीछे चिपकाकर बनाई गई डाई), 11400 के तैयार नकली नोट, नकली नोट की फ्रंट साइज के 74400 रुपए, बैक साइड के 81600 रुपए, 200 के फ्रंट साइज के तैयार नकली नोट के 1600 रुपए, 100 का फ्रंट साइज का एक नकली नोट जब्त किया गया।

आरबीआई लिखी ग्रीन शीट भी मिली

पुलिस ने प्रिंटर व स्कैनर, लैपटॉप, पैस्टिंग (लेमिनेशन), रोलर पेस्टिंग लगाने की मशीन, आरबीआई लिखी ग्रीन शीट, ब्लेंक बटर पेपर, चाकू, कटर आदि जब्त किए गए हैं। आरोपित आशू की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

6 अप्रैल तक रिमांड पर चारों आरोपित


कोतवाली टीआई महेंद्र परमार ने बताया चारों आरोपितों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उनको ६ अप्रैल तक रिमांड पर सौंपा गया है। इस दौरान इनसे पूछताछ कर अन्य आवश्यक जानकारी हासिल की जाएगी। वहीं फरार आरोपित आशू की तलाश में टीमें भेजी जाएंगी।

patrika IMAGE CREDIT: dewas