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- सरपंच नहीं बता सके गांव में कितने शौचालय बने
हाटपीपल्या. संतोष वर्मा ग्राम पंचायत बडिया मांडू में पंचायत का ताला नहीं खुलने से हितग्राही परेशान हो रहे हैं। पंचायत के बाहर हितग्राही सरपंच-सचिव का रास्ता देखकर वापस घर के लिए लौट जाते हैं। ग्राम पंचायत बडिया मांडू का ताला गुरुवार को भी दोपहर 12 बजे तक नहीं खुला था। ग्रामीणों का कहना है कि सचिव नारायण सिंह सेंधव समय पर नहीं आते है। सचिव नारायणसिंह सेंधव का कहना है गुरुवार को बागली जनपद पंचायत में बैठक में बागली गया था।
हितग्राही गफ्फुर खां ने बताया कि मैं गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करता हूं। मुझे शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा हैं। दिव्यांग विष्णु प्रजापति ने बताया कि जब भी पंचायत जाता हूं। आश्वासन देकर मुझे लोटा देते है। गुरुवार को सुबह से पंचायत आया मगर दोपहर 12 बजे तक पंचायत में ताला लग हुआ था। रोजगार सचिवों की हड़ताल के चलते पंचायत का ताला कभी कभार ही खुलता है, उसमे भी पंचायत सचिव नारायणसिंह सेंधव कभी कभी ही आते है। पंचायत नहीं खुलने के सवाल पर सरपंच कमलसिंह भाटी ने कहा कि पंचायत का ताला सुबह 6 बजे ही खुल जाता हैं। सरपंच से जब गांव में बने शौचालयों की जानकारी ली गई तो वे नहीं बता सके की कितने शौचालयों का निर्माण गांव में किया गया हैं। ग्राम पंचायत बडिया मांडु में करीब 1200 मतदाता है जिसमें सिर्फ 9 ही प्रधानमंत्री आवास बनाए गए है। सचिव द्वारा गांव के गरीब परिवारों को शासकीय योजनाओं से वंचित रखा जाता हैं।कई दिव्यांग और मजदूर लोग योजनाओं के बारे में जानकारी और फार्म लेने और जमा कराने आते है, लेकिन ताला देखकर वे लौट जाते है। वहीं सचिव का कहना है कि बैठक के सिलसिले में वे बाहर थे, जिसके कारण पंचायत नहीं खोल पाए थे। हितग्राहियों को लाभ देने की बात भी उन्होंने बताई।
Published on:
15 Jun 2018 11:26 am
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