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सर्वर डाउन…अन्नदाता भूखे पेट करता रहा इंतजार

सोसायटी में बडी संख्या में पहुंच रहे हैं किसान    

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सर्वर डाउन...अन्नदाता भूखे पेट करता रहा इंतजार

सर्वर डाउन...अन्नदाता भूखे पेट करता रहा इंतजार

देवास. खाद के लिए किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। सर्वर डाउन होने की स्थिति में किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है। सोसायटी में घंटों किसान बैठे रहते हैं। गुरुवार को दिनभर में कई बार सर्वर बंद होने से किसान परेशान हुए। दोपहर एक बजे सर्वर शुरू हुआ।

रबी सीजन में किसानों को यूरिया की जरूरत है। खेतों में किसानों को बोवनी के पूर्व खाद की जरूरत है। किसान देवास में दूर-दूर से आ रहे हैं, लेकिन कई बार निराश होकर लौटना पड रहा है। सोसायटी में खाद वितरण कर रहे अधिकारियों का कहना था कि सर्वर हैदराबाद से ही ऑपरेट होता है। जिससे दिक्कतें आई। बाद में सर्वर शुरू हो गया। अधिकारियों ने बताया कि खाद का वितरण कर दिया। दरअसल 10 नवंबर को खाद का वितरण होगा। उसके बाद 11 से 13 नवंबर तक अवकाश है। जिसके कारण भी भीड बढ रही है।

सोसायटी के रोज लगा रहे हैं चक्कर

मंडी के पीछे सोसायटी में किसानों को खाद का वितरण किया जाता है। यहां पर देवास के आसपास के किसान पहुंचते हैं। गुरुवार को भी कई महिला, पुरुष यहां अल सुबह पहुंचे। किसानों ने बताया कि बार-बार सर्वर डाउन होने के कारण उन्हें खाद नहीं मिल पा रहा है। दरअसल मशीन में किसान का थंब लगता है उसके बाद बाद ही खाद मिल पाता है। सर्वर डाउन होने के कारण थंब नहीं लग पाया।

भूखे बैठे हैं

सुबह सात बजे से आ गया हूं। बार-बार सर्वर डाउन होने से थंब नहीं लग पा रहा है। जिसके कारण खाद नहीं मिल रहा है।

आबिद खान गदाशाह पिपल्या

घर काम छोड यहां आए

सुबह ६ बजे घर का काम छोडकर यहां आए है। सर्वर डाउन होने से खाद नहीं मिल रहा है। लाईन छोडकर जा नहीं सकते है। जिसके कारण भूखे रहना पड़ रहा है।

चंदाबी, भौरांसा

पति-पत्नी दोनों आए

खाद लेने सात बजे आई थी लेकिन मिला नहीं है। उधर घर का काम भी नहीं हो पाया। खाना भी नहीं मिला है।

रेखा, रणालया

7 नवंबर को देवास आया था। 9 नवंबर का टोकन दिया था। आने पर पता चला कि सर्वर ही डाउन है। वृद्धा अवस्था में भी परेशान होना पड़ रहा है।

शिवनारायण भैसोनी

रकबा भी बढा है

बेहतर बारिश के चलते बोवनी का प्रतिशत भी बढ़ा है। गेहूं और चना अधिक हेक्टेयर में लगाया है। अभी तक एक लाख 75 हेक्टेयर में बोवनी कर दी गई है।

उपज रकबा

गेहूं २ लाख ९३ हजार ८७०

चना ८५ हजार

मटर ९ सौ

मसूर ७ सौ

सरसों ४ हजार

अलसी ३००

गन्ना १५०