7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Monsoon 2024: मूसलाधार बारिश से छलका गंगरेल बांध, खोले गए सभी 14 गेट, मनोरम नजारा देखने पहुंचे कलेक्टर

Monsoon 2024: प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े बांध गंगरेल के सभी 14 गेट शुक्रवार को खोले गए। बांध की क्षमता 32.150 टीएमसी है..

2 min read
Google source verification
CG Monsoon 2024, dhamtari gangrel daim, cg heavy rain

Monsoon 2024: गंगरेल बांध की हालत सुधर गई है। बांध में अभी 84.31 प्रतिशत पानी है। शुक्रवार शाम तक यहां 5 हजार क्यूसेक पानी की आवक हो रही थी। हालात कभी भी गेट खोलने जैसी बन गई थी। ऐसे में शुक्रवार शाम को बांध के गेट की टेस्टिंग हुई। शाम 5.37 बजे पहला गेट खुला। इसके बाद धीर-धीरे बांध के सभी 14 गेट खोले गए।

Monsoon 2024: 14 गेट खुलने में 19 मिनट लगे। गंगरेल बांध ( Gangrel Dam ) के सभी गेट खुलते ही व्यू पॉइंट में मनोरम नजारा बना, जिसे कैमरे में कैद करने लोगों में होड़ रही। यह मनोरम नजारा देखने कलेक्टर नम्रता गांधी, जिला पंचायत सीईओ रोमा श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी व नागरिक पहुंचे थे। बता दें कि 2 साल बाद बांध के सभी 14 गेट खोले गए। 17 जुलाई 2022 में गंगरेल लबालब हुआ था, तब बांध के सभी गेट खोलने पड़े थे। अभी भी 5 हजार क्यूसेक पानी की आवक हो रही है।

Monsoon 2024: इधर पहुंचने लगे सैलानी

गंगरेल बांध सहित जिले के तीन अन्य सहायक बांधों में भी 70 प्रतिशत से अधिक पानी है। बारिश की झड़ी टूटने के बाद मौसम खुशनुमा हो गया है। ऐसे में धमतरी सहित आसपास जिले के सैलानी बांध क्षेत्र घूमने पहुंच रहे हैं। सबसे ज्यादा गंगरेल में पर्यटक आ रहे हैं। अंगारमोती मंदिर क्षेत्र सहित गंगरेल बांध के अथाह जलभराव का मनोरम नजारा देखने लगातार पर्यटक धमतरी पहुंच रहे हैं। फिलहाल गंगरेल बांध में अभी 84.31 प्रतिशत जलभराव है। पूरा भरने के बाद बांध के सभी गेट खुलते हैं तो भारी संख्या में सैलानी पहुंचेंगे।

यह भी पढ़ें: Monsoon 2024: छत्तीसगढ़ के 21 जिलों में हैवी रेन का अलर्ट, आंधी-तूफान के साथ जमकर बरसेंगे बादल, IMD का येलो व आरेंज…

CG Monsoon 2024: 1400 क्यूसेक पानी रुद्री बराज में होगा स्टोरेज

बांध प्रबंध संभाग रुद्री कोड-38 के ईई आशुतोष सारश्वत ने बताया कि गंगरेल बांध के गेट की टेस्टिंग की गई। ( CG Monsoon 2024 ) करीब 1 घंटे तक टेस्टिंग चली। सभी 14 गेट से 100-100 क्यूसेक पानी छोडकऱ टेस्टिंग की गई। कुल 1400 क्यूसेक पानी बांध से छोड़ा गया, जिसे रुद्री बराज में स्टोरेज किया गया। बांध में अभी 84.31 टीएमसी जलभराव है।