विगत दिनों मुख्यमन्त्री शिवराजसिंह चौहान के 11 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में विधायक वेलसिंह भूरिया द्वारा करोडों की सौगात विकासखण्ड सरदारपुर ने स्वीकृत कराने का हवाला दिया था। इससे राजनीति गलियारों में हलचल पैदा हो गई। गुरुवार को पूर्व विधायक प्रताप ग्रेवाल ने स्थानीय सर्किट हाऊस पर प्रेसवार्ता आयोजित कर स्थानीय विधायक भूरिया पर जनता को गुमराह करने व गिरते जनाधार से बौखलाने के आरोप लगाए। विकास कार्योंं की स्वीकृति के मुद्दे पर सार्वजनिक मंच पर खुली बहस करने की चुनौती भी दी। पूर्व विधायक ग्रेवाल के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2011 में ग्राम हातोद में औद्योगिक क्षेत्र की स्वीकृति, आईटीआई कॉलेज की स्वीकृति, ग्राम अमझेरा के रहवासियों के लिए मेस्कोडेम पेयजल एवं फिल्टर प्लांट स्वीकृति, वर्ष 2013 में 12 अप्रैल को अटल ज्योति अभियान के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमन्त्री को ग्रेवाल द्वारा चुनार डेम, अम्बेडी डेम, इडरीया का नलचू डेम स्वीकृति के लिए मांग पत्र प्रस्तुत किया गया था। गोविन्दपुरा जलावर्धन योजना का नए सिरे से सर्वे कराने की मुख्यमन्त्री ने मंच से घोषणा कर वर्ष 2013 में स्वीकृति प्रदान की थी। रिंगनोद व राजोद जल समूह योजना की स्वीकृति के लिए ग्रेवाल ने वर्ष 2013 में तत्कालीन पीएचई मन्त्री को पत्र लिखा था। प्रेसवार्ता के दौरान ग्रेवाल ने नगर परिषद सरदारपुर में बनाए गए आदर्श रोड व गोविन्दपुरा जलावर्धन योजना के क्रियान्वयन में 6 0 प्रतिशत राशि हुडको द्वारा ऋण स्वीकृत किए जाने का खुलासा करते हुए भूरिया पर झूठी वाहवाही लूटने व जनता को गुमराह करने के आरोप लगाए। दरअसल भूरिया उक्त दोनों कार्यों को अपनी उपलब्धियों में शुमार कर रहे थे। प्रेसवार्ता के दौरान कई कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।