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महाशिवरात्रि पर्व पर कोरोना का खलल

शाही सवारी के रूट में परिवर्तन की संभावना

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महाशिवरात्रि पर्व पर कोरोना का खलल

जनपद पंचायत कार्यालय सभागार में एडीएम सलोनी सडाना, एडिशन एसपी देवेंद्र पाटीदार , एसडीएम दिव्या पटेल, एसडीओपी करणसिंह रावत और विकासखंड़ अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक की।

धरमपुरी . महाशिवरात्रि पर्व के आयोजन पर शासन के कोरोना को लेकर दिए गए निर्देशों को लेकर प्राशासन ने आयोजक और स्थानीय मीडिया के साथ बैठक की। बैठक में प्रशासन ने आयोजन को लेकर अपना खाका बताया।आयोजनकर्ता और स्थानीय श्रद्धालुओं से कोरोना को देखते हुए आस्था के साथ कोरोना के निर्देश के समन्वय के साथ कैसे सफल आयोजन संपन्न हो। बैठक इसी विषय के आसपास रही। हालांकि प्राशासन ने साफ कर दिया कि शाही सवारी से श्रद्धालुओं की आस्था जुड़ी हैं। प्रशासन पंरपरा को विद्यमान रखते हुए आयोजन की रूपरेखा तय करने में लगा है। दूसरे दिन लगने वाले मेले को लेकर प्रशासन ने कहा कि कोरोना काल में श्रद्धा को आगे रखे, व्यापार को नहीं। हमारे लिए सभी की जान कीमती है।
शनिवार को स्थानीय जनपद पंचायत कार्यालय सभागार में एडीएम सलोनी सडाना, एडिशन एसपी देवेंद्र पाटीदार , एसडीएम दिव्या पटेल, एसडीओपी करणसिंह रावत और विकासखंड़ अधिकारियों की उपस्थिति में पहले दरवाजा बंद बैठक की। जिसके बाद नगर के करीब एक दर्जन से अधिक गणमान्य, आयोजक और मीडियाकर्मियों के साथ बैठक की। सबसे पहले 10 मार्च को निकलने वाली शाही सवारी पर चर्चा हुई। आयोजकों ने बताया कि कोरोना को लेकर उन्होंने पहले आयोजन में कटौती कर दी है। जहां 45 आइटम शाही सवारी में शामिल होते थे, वहीं इस बार नृत्य दल, ढोल पार्टी, लवाजमा और 4 झाकियां ही शामिल करने की बात कही। जिस पर एडीएम ने आयोजन में शामिल सभी आइटम की विधिवत अनुमति एसडीएम से लेने की बात कही। प्रशासन ने शाही सवारी तहसील कार्यालय से बस स्टैंड़, बावड़ी चौराहे से सीधे राजवाड़ा चौक ले जाने के निर्देश दिए।
जिस पर आयोजनकर्ताओं ने रूट को परपंरागत रखे जाने की मांग की। प्रशासन की दलील थी कि रूट में कटौती से भीड़ का समय कम होगा। उधर, आयोजकों ने दलील दी की रूट छोटा करने से भीड़ बड़ जाएगी। शिवरात्रि पर्व पर चर्चा करते हुए प्रशासन की ओर से एडिशनल एसपी ने कहा कि इस बार श्रद्धा पर जाए व्यापार छोड दें। मेले को लेकर प्रशासन अतिरिक्त कोई दुकानें लगाए जाने के मूड में नहीं है। प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया कि नगर की स्थाई दुकानें चालू रहेंगी। नर्मदा में पानी होने से नाव के संचालन को लेकर प्रशासन का कड़ा रूख है। बचाव दल में पुलिस, होमगार्ड और राजस्व को जिम्मा सौंपा गया। रजत मुखौटे को राजवाड़ा चौक पर दर्शनार्थ रखे जाने की मांग भी अधिकारियों ने ठुकरा दी।
बैठक में अधूरी बात
म हाशिवरात्रि पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं के स्नान की व्यवस्था क्या होगी? नगर के किन घाटों पर स्नान होगा और कैसे इस पर चर्चा अधूरी रही। मेला लगेगा या नहीं इस पर एडीएम सडाना ने एसडीएम दिव्या पटेल आप को बताएंगीं कहकर बैठक समाप्त कर दी। नगर में एलईडी पर जागीरदार के दर्शन कराने की बात भी अधूरी रहीं।