MP News: तीनों आरओबी का कार्य अगस्त माह में पूर्ण होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके बाद इन ओवरब्रिज से आवागमन शुरू हो सकेगा।
MP News:एमपी में इंदौर-दाहोद रेल परियोजना की प्रमुख कड़ी धार से टीही के बीच तैयार हो रही है, जिसमें पटरी बिछाने से लेकर रेलवे ब्रिज का काम तेज गति से चल रहा है। रेलवे प्रोजेक्ट में प्रदेश की सबसे बड़ी टनल टीही बनाई जा रही है, तो वहीं धार से टीही क्षेत्र के बीच 40 किमी में सात रेलवे ओवर ब्रिज भी बनाए जा रहे हैं। रेल लाइन के निर्बाध संचालन के लिए नेशनल हाइवे पर इन आरओबी से यातायात को बड़ी राहत मिलेगी।
टीही से धार के बीच सेक्शन पर सात रेलवे ओवरब्रिज इस साल के अक्टूबर तक पूरी तरह से तैयार हो जाएंगे। इस रूट पर दो सिक्स लेन, तीन फोरलेन और दो टू लेन ओवरब्रिज का निर्माण हो रहा है। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार भाटखेड़ी-पीथमपुर रोड पर टू लेन, सोहागपुरा सागौर मार्ग पर फोरलेन और सागौर गांव में फोरलेन ओवरब्रिज बनाया जा रहा है।
इन तीनों आरओबी का कार्य अगस्त माह में पूर्ण होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके बाद इन ओवरब्रिज से आवागमन शुरू हो सकेगा, जिससे आम नागरिकों को आवागमन में काफी राहत मिलेगी। पश्चिम रेलवे निर्माण विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टीही रेलवे स्टेशन से धार रेलवे स्टेशन के बीच लेबड़-मानपुर रोड पर फोरलेन ओवरब्रिज का कार्य भी तेजी से हो रहा है। प्रोजेक्ट में करीब 75 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग 59 पर दो सिक्स लेन आरओबी का कार्य भी लगभग 90 फीसदी तक पूर्ण हो चुका है।
रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण के बाद महू-नीमच रोड सहित धार जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों के आवागमन में लोगों को राहत मिलेगी। अभी आरओबी निर्माण के कारण लोगों को वैकल्पिक मार्गों से आवागामन करना पड़ रहा है, जिससे वाहनों की धीमी रफ्तार के कारण लोगों को बार-बार जाम के हालात से जूझना पड़ रहा है।
इसी के साथ रतलाम-धार रोड पर भी फोरलेन रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। इस रेलवे ओवरबिज के कार्य की गति अन्य ओवरब्रिज की तुलना में धीमी बताई जा रही है। इधर, रेलवे के निर्माण कार्यों से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अक्टूबर तक सभी रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके बाद इन्हें आवागमन के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार प्रोजेक्ट का पहला चरण धार से इंदौर के बीच 60 किमी है, जिसमें 35 से 40 किमी के हिस्से में पटरी बिछाने का काम पूरा हो चुका है। वहीं ओवरब्रिज व पुल-पुलिया बनने से मार्ग में आने वाली बाधाएं दूर होगी। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि साल 2026 के अंत तक धार से इंदौर के बीच रेल का संचालन शुरू हो सकता है।
आरओबी-1
भाटखेड़ी-पीथमपुर रोड:- यहां टूलेन आरओबी बनाया जा रहा है। इसका सब स्ट्रक्चर, सुपर स्ट्रक्चर और एप्रोच का कार्य शत प्रतिशत पूर्ण हो चुका है।
आरओबी-2
सागौर ग्रामीण सडक़:- नगर पालिका पीथमपुर क्षेत्र के अंतर्गत इस सडक़ पर फोरलेन आरओबी बन रहा है। इसका लगभग 65 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।
आरओबी-3
सागौर यार्ड रोड:- पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के अंतर्गत बनने वाले टूलेन आरओबी का 80 प्रतिशत कार्य हुआ है। इसका सब स्ट्रक्चर कार्य पूर्ण हो चुका है।
आरओबी-4
लेबड-मानपुर रोड:- एमपीआरडीसी के अंतर्गत इस मार्ग पर फोरलेन आरओबी बनाया जा रहा है। इसका कार्य 65 फीसदी होना बताया जा रहा है।
आरओबी-5
इंदौर-अहमदाबाद:-राष्ट्रीय राजमार्ग 59 धार जिले के गुणवावद में अंतर्गत सिक्स लेन आरओबी का निर्माण किया जा रहा है। एनएचएआई के तहत बनने वाले इस आरओबी का 60 फीसदी काम हो चुका है।
आरओबी-6
एनएच 59:- नौगांव फोरलेन बायपास पर दूसरा आरओबी ब्रिज बन रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर ही बनने वाले इस सिक्स लेन आरओबी का 70 फीसदी कार्य हो चुका है।