पर्यवेक्षकों ने एक आवेदन एसडीएम जितेंद्रसिंह चौहान को सौंपा। जिसमें कहा कि 5 दिसंबर को पर्यवेक्षक किरण मंडलोई ने रतनपुरा स्थित आंवा गई थी। यहां कार्यकर्ता अंजु बामनिया एवं आंवा सहायिका मडीबाई अनुपस्थित थी। सहायिका को घर से बुलाया और अनुपस्थित होने पर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया। 6 दिसंबर को पर्यवेक्षक क्षेत्र में भ्रमण के दौरान मोबाइल पर आंवा में मिलने का कहा। कार्यकर्ता, सहायिका व दोनों के पति ने रास्ते में रोक कर गाली-गलौच की, कपड़े फाड़े और जान से मारने की धमकी दी। थाना सरदारपुर में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। दत्तीगांव में पर्यवेक्षक निशा मंडलोई के निवास पर रात में बिजली काटी गई एवं पत्थर फेंके गए। उक्त घटनाएं पूरे जिले में घटित हो रही है। इस पूरे मामले में उचित कार्रवाई की जाए।