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यहां आने से भूतों को भी लगता है डर

सभी धर्मों के लोग भूत-प्रेत की बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए दूर-दूर से पहुंचते हैं बाबा लुत्फुल्ला शाह चिश्ती की दरगाह

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Lokesh Kumar

Jan 20, 2016

लोकेश वर्मा. नोएडा।
यूं तो भारत में सैकड़ों श्रद्धा के केंद्रों पर भूत-पिशाच की बाधाओं को दूर करने के दावे किए जाते हैं, लेकिन ग्रेटर नोएडा स्थित चिश्तिया लुत्फिया दरगाह शरीफ में भूत-प्रेतआत्मा खुद-ब-खुद आने से कतराती हैं। अगर आ भी जाएं तो कुछ ही दिनों में पीड़ित को हमेशा के लिए छोड़कर चली जाती है। खिदमतगार ने बताया कि यहां लोगों को जंजीरों में बांधकर भी लाया जाता है। बुधवार और गुरुवार को यहां लोगों की खासी भीड़ उमड़ती है। दरगाह शरीफ के चारों ओर भूत-प्रेत से पीड़ित लोगों को जूझते देखा जा सकता है।


ग्रेटर नोएडा के फॉर्मूला-वन ट्रैक से करीब एक किलोमीटर दूर ऊंची दनकौर स्थित चिश्तिया लुत्फिया दरगाह शरीफ में बिना दवा-गोली के भूत, पिशाच, जिन्नात और हवा आदि की बाधाओं को दूर किया जाता है। दरगाह शरीफ के एक खिदमतगार ने बताया कि यहां हर बुधवार और गुरुवार को अजमेर शरीफ, बदायुं, बरेली के अलावा कई सरकार आती हैं और भूत-प्रेत की बाधाओं से पीड़ित लोगों को इस बंधन से मुक्त कराती हैं। उन्होंने बताया कि भूत-प्रेत की बाधाओं से पीड़ित लोगों को यहां 11, 21 या 41 दिन तक रखा जाता है। इसके बाद उन्हें इन बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है और वे अपनी स्वेच्छा से परिवार सहित भंडारा आदि कर अपने घर चले जाते हैं।




यहां मिलती है राहत

बताया जाता है कि कई यहां बुरी आत्माओं और काले जादू से पीड़ित रोगों से छुटकारा पाने लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। दर-दर की ठोकर खाने के बाद भूत-प्रेत से पीड़ित लोगों को यहां पहुंचकर राहत मिलती है। यहां खिदमतगार लोगों को बाधाओं से मुक्ति के लिए उपचार बताते हैं। बुधवार और गुरुवार को यहां आने वाले पीड़ित लोगों की भारी भीड़ रहती है।




जंजीर में बांधकर लाए जाते हैं पीड़ित

खिदमतगार बताते हैं कि कई गंभीर रोगियों को यहां लोहे की जंजीर से बांधकर भी लाया जाता है। यहां आते ही उनकी ये बेडि़यां खोल दी जाती हैं। यहां आने वाले पीड़ित लोगों को देखकर सामान्य लोगों की रूह तक कांप जाती है। ये लोग दरगाह के सामने ऐसे चिल्ला-चिल्ला के अपने अंदर बैठी बुरी आत्माओं के बारे में बताते हैं, जिनसे इनका दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं रहता है। भूत-प्रेत ऊपरी बाधाओं के निवारणार्थ यहां आने वालों का तांता लगा रहता है। ऐसे लोग यहां पर बिना दवा और तंत्र मंत्र के स्वस्थ होकर लौटते हैं।


ऐसे खेलती हैं प्रेतअात्माएं देखें वीडियो-