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जब ज्योतिषियों से न पड़े पार तो इस उपाय से तुंरत दूर होगी बाधा

कई बार आदमी हार कर या तो भागने की या फिर आत्महत्या की सोचने लगता है। ऐसे समय में उसे मां भगवती की आराधना करनी चाहिए

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Sunil Sharma

Apr 03, 2016

how to worship Goddess Durga

how to worship Goddess Durga

बहुत बार ऐसा होता है कि जीवन में सभी रास्ते बंद हो जाते हैं और आदमी हार कर या तो भागने की या फिर आत्महत्या की सोचने लगता है। ऐसे समय में उसे मां भगवती की आराधना करनी चाहिए। सच्चे मन से मां की आराधना करने पर बड़े से बड़ा दुर्भाग्य भी पलट जाता है। ऐसा ही एक प्रयोग दुर्गासप्तशती का भी है।

इस प्रयोग में मां दुर्गा के 32 नामों का स्मरण करते हुए गाय के घी तथा लाजा (खील) से हवन किया जाता है जिससे कोई भी समस्या तुरंत ही समाप्त होती है। मां दुर्गा के 32 नाम निम्न प्रकार हैं-

ऊँ दुर्गा दुर्गतिशमनी, दर्गाद्धिनिवारिणी दुर्गमच्छेदनी दुर्गसाधिनी, दुर्गनाशिनी दुर्गतोद्धारिणी दुर्गनिहन्त्री दुर्गमापहा दुर्गमज्ञानदा दुर्गदैत्यलोकदवानला दुर्गमा दुर्गमालोका दुर्गमात्मस्वरूपिणी दुर्गमार्गप्रदा दुर्गम विद्या दुर्गमाश्रिता दुर्गमज्ञान संस्थाना दुर्गमध्यान भासिनी दुर्गमोहा दुर्गमगा दुर्गमार्थस्वरूपिणी दुर्गमासुर संहंत्रि दुर्गमायुधधारिणी दुर्गमांगी दुर्गमता दुर्गम्या दुर्गमेश्वरी दुर्गभीमा दुर्गभामा दुर्गमो दुर्गदारिणी नामावलिमिमां यस्तु दुर्गाया मम मानवः पठेत् सर्वभयान्मुक्तो भविष्यति न संशयः

ये हैं पूरा विधि विधान
सबसे पहले स्नान कर शांत मन से पूजा के आसन पर बैठे। भगवान गणेश, भोलेनाथ, स्वयं के गुरु तथा मां भगवती की आराधना करें। इसके बाद इन 32 नामों को एक पाठ करें।

अब दूसरा पाठ करते समय दूसरे नाम से आरंभ करें जिसे पहले नाम पर समाप्त करें। इसी प्रकार तीसरा पाठ तीसरे नाम से आरंभ कर दूसरे नाम पर समाप्त करें। इसी प्रकार यह क्रम आगरे चलता रहेगा और बत्तीसवा पाठ बत्तीसवें नाम से शुरू कर इक्तीसवें नाम पर समाप्त करें। प्रत्येक पाठ पर खील को गाय के घी में मिलाकर अग्नि में आहुति दें।

इस प्रकार आपका यह प्रयोग पूरा हो जाएगा। प्रयोग के अंत में आप मां को अपनी मनोकामना कह कर उनसे कष्टों से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना करें। जल्दी ही आपकी बड़ी से बड़ी समस्या दूर हो जाएगी। यदि यह प्रयोग किसी विद्वान पंडित द्वारा किया जाए तो इसका असर अचूक होगा।

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