
सायन सूर्य के साथ ही शुक्रवार से ग्रीष्म ऋतु शुरू होने के साथ ही तापमान में वृद्धि का दौर शुरू हो जाएगा। ज्योतिषियों की माने तो 8 जून तक तापमान में उत्तरोत्तर वृद्धि होने लगेगी। बनेगा ऋतुभंग योगबृहस्पति, शनि, मंगल, शुक्र, बुध और केतु ग्रह के मिलने से ऋतुभंग योग बनेगा। भरणी-कृतिका नक्षत्र में सूर्य के भ्रमण के दौरान इस योग का असर दिख सकता है। दक्षिणायन सूर्य होने के बाद वर्षाऋतु में गर्मी से निजात मिल सकेंगी।

कृतिका नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश से दिखेगी गर्मीपं. केदारनाथ दाधीच ने बताया कि सूर्य कृतिका नक्षत्र में 11 से 2५ मई तक रहेगा। सूर्य भरणी नक्षत्र में 27 अप्रेल से 1१ मई तक रहेगा। दोनों नक्षत्रों में सूर्य भ्रमण के दौरान तापमान काफी बढ़ेगा।

मिल सकता है वर्षाकारक फलदाधीच के अनुसार वर्षाकाल का प्रारंभ सूर्य के दक्षिणायन होने पर होता है। इस वर्ष 22 जून को सूर्य दक्षिणायन होगा। साथ ही इस बार दो ज्येष्ठ मास होने से सूर्य का भरणी नक्षत्र में परिभ्रमण वर्षाकारक फल भी दे सकता है, लेकिन गर्मी से निजात 22 जून के बाद ही मिलेगी।