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4 मार्च 2019 सोमवार- महाशिवरात्रि महापर्व- जाने शुभ मुहूर्त एवं शास्त्रोंक्त पूजन विधि

महाशिवरात्रि महापर्व- शुभ मुहूर्त एवं शास्त्रोंक्त पूजन विधि

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भोपाल

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Shyam Kishor

Mar 03, 2019

Maha Shivratri Shubh Muhurat

4 मार्च 2019 सोमवार- महाशिवरात्रि महापर्व- जाने शुभ मुहूर्त एवं शास्त्रोंक्त पूजन विधि

शिव भक्तों का इंतजार हुआ खत्म आ गया महाशिवरात्रि का महापर्व, भगवान शिव के साथ मां पार्वती विवाह संस्कार को महाशिवरात्रि पर्व कहते है । इस दिन भगवान शिवजी का विशेष विधि विधान से षोडशोपचार पूजन करके महादेव को प्रसन्न कर उनकी कृपा पाने का पूरा प्रयास किया जाता हैं । इस साल 2019 में महाशिवरात्रि का महापर्व विशिष्ठ महासंयोग के साथ फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को यानी की 4 मार्च दिन सोमवार के दिन हैं । वैसे तो शास्त्रानुसार यह दिन अपने आप में स्वतः ही शुभ मुहूर्त माना गया हैं । चामुंडा दरबार भोपाल के ज्योतिषाचार्य पं. विनोद कुमार रावत महाशिवरात्रि पर्व पूजन शुभमुहूर्त एवं शास्त्रोंक्त पूजा विधि के बारे में बताया ।

महाशिवरात्रि महापर्व पूजन शुभ मुहूर्त
4 मार्च 2019 दिन सोमवार
1- पहले पहर की पूजा- शाम 6 बजकर 13 मिनट से 7 बजकर 27 मिनट तक ।
2- दूसरे पहर की पूजा- रात 9 बजकर 27 मिनट से रात 12 बजकर 41 मिनट तक ।
3- तीसरे पहर की पूजा- अर्धरात्रि 12 बजकर 41 मिनट से ब्रह्ममुहूर्त में 3 बजकर 55 मिनट तक ।
4- चौथे पहर की पूजा- ब्रह्ममुहूर्त में 3 बजकर 55 मिनट से प्रातः 6 बजकर 13 मिनट तक ।


इन पूजा सामग्रियों से करें पूजन
सुगंधित पुष्प, बिल्वपत्र, धतूरा, भाँग, बेर, आम्र मंजरी, जौ की बालें,तुलसी दल, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, पंच फल पंच मेवा, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, शिव व माँ पार्वती की श्रृंगार की सामग्री, वस्त्राभूषण रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन आदि ।

अलग अलग पदार्थों से रुद्राभिषेक के लाभ

1- गाय के दुग्ध से रुद्राभिषेक करने पर संपन्नता आती है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं ।
2- जो लोग रोग से पीड़ित हैं तथा प्रायः अस्वस्थ रहते हैं या किसी गंभीर महा बीमारी से परेशान हैं वे कुशोदक से रुद्राभिषेक करें । कुश को पीसकर गंगा जल में मिला लीजिए फिर भगवान शिव का श्रद्धा पूर्वक रुद्राभिषेक करें ।
3- धन प्राप्ति के लिए देशी गाय के घी से रुद्राभिषेक करें ।
4- किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए पवित्र नदियों के जल से रुद्राभिषेक करें ।
5- गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करने पर कार्य में आने वाली बाधाएं समाप्त होने के साथ वैभव और सम्पन्नता में वृद्धि होती है ।
6- शहद से रुद्राभिषेक करने से जीवन के सारे दुख समाप्त होते हैं ।