भगवान शिव के अत्यंत भोले होने के चलते इन्हें भगवान भोलेनाथ भी कहा जाता है। ऐसे में वैशाख के सोमवार को भगवान शिव को प्रसन्न करना काफी आसान माना जाता है। 13 अप्रैल 2020 को वैशाख का पहला सोमवार पड़ रहा है। इस संबंध में पंडित सुनील शर्मा का कहना है, कि इस दौरान चंद आसान तरीकों से भगवान शिव को प्रसन्न कर उनकी कृपा का पात्र बना जा सकता है।
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ऐसे में वैशाख मास में प्याऊ की स्थापना के अलावा भगवान शिव के ऊपर जलधारा की स्थापना करके भी उन्हें प्रसन्न किया जा सकता है। वहीं विवाह में आ रही परेशानियों से छुटकारे के लिए वैशाख के सोमवार को जल में केसर मिलाएं और ये जल शिवलिंग पर चढ़ाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से विवाह और वैवाहिक जीवन से जुडी समस्याएं खत्म होती हैं।
इसके अलावा इस दिन किसी सुहागिन को साड़ी, चूडिय़ां, कुमकुम आदि सुहाग की सामग्री उपहार देना अत्यंत शुभ माना गया है। मान्यता के अनुसार ऐसा करने से वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर होती हैं।
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वैशाख/बैसाख में भगवान शिव की पूजन विधि
पं. शर्मा के अनुसार शिवलिंग ब्रम्हांड का प्रतीक हैं। वैशाख माह में शिवलिंग के ऊपर पानी का कलश या घड़ा स्थापित करना चाहिए। इस घड़े से पानी शिवलिंग पर जिस तरह बूंद-बूंद गिरता है, वैसे ही आपकी समस्याएं पानी की तरह बहकर दूर हो जाती हैं।
मान्यता है कि वैशाख माह में प्रात: काल स्नान करके भगवान शिव का जल और दूध से अभिषेक करने से ग्रह बाधाएं दूर होती हैं। सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। पं. शर्मा के अनुसार भगवान भोलेनाथ जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं। थोड़े से पूजन से ही वे भक्तों पर कृपा बरसाने लगते हैं।
वैशाख माह में शिवजी के जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक के साथ उन्हें उनका प्रिय पुष्प आक, धतूरा और बेलपत्र आदि अर्पित करने के साथ ही चंदन चढ़ाना चाहिए। शिवजी को ऋतु फलों का भोग अर्पित करना चाहिए। वहीं इस माह में घड़ा, सत्तू, तरबूज आदि दान करने से शारीरिक व्याधियों से छुटकारा मिलता है।
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- छोटा सा पारद (पारा) शिवलिंग लेकर आएं और घर के मंदिर में इसे स्थापित करें। इसकी प्रतिदिन पूजा करें। इस उपाय से घर की दरिद्रता दूर होती है और लक्ष्मी कृपा बनी रहती है।
- शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय इसमें काले तिल मिलाएं। इस उपाय से शनि दोष और रोग दूर होते हैं।

- वैशाख / बैसाख महीने में किसी जरूरतमंद या सुपात्र ब्राम्हण को सवा किलो या सवा पांच किलो या 11 किलो या 21 किलो गेहूं या चावल का दान करें।
- बिल्वपत्रों पर चंदन से ओम नम: शिवाय या श्रीराम लिखें। इसके बाद इन पत्तों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं, माना जाता है इससे हर काम सिद्ध हो जाते हैं।
- शिवलिंग पर रोज़ धतूरा चढ़ाने से घर और संतान से जुडी समस्याएं दूर होती हैं। ये उपाय संतान को सभी कार्यों में सफलता दिलवाता है।
- नियमित रूप से आंकड़े के फूलों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं, तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
- लक्ष्मी की स्थायी कृपा पाना चाहते हैं तो शिवलिंग पर रोजाना साबुत चावल चढ़ाएं, इससे आपका भंडार सदा भरा रहेगा।
- जो लोग बिल्व वृक्ष के नीचे खड़े होकर खीर और घी का दान करते हैं, उन्हें महालक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसे लोग जीवनभर सुख-सुविधाएं प्राप्त करते हैं और कार्यों में सफल होते हैं।
- किसी जरूरतमंद व्यक्ति को अनाज, घड़े व सत्तू आदि देने से शास्त्रों में बताया गया है कि इससे सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
- वहीं अक्षय तृतीया पर शिवजी के पूजन के उपरांत अनाज का दान करें। पानी के प्याऊ, पोंसरे आदि की स्थापना कराएं, या इसमें मदद करें। इससे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
- शिवपुराण के अनुसार बिल्व वृक्ष महादेव का रूप हैं। इसलिए इसकी पूजा करें। फूल, कुमकुम, प्रसाद आदि चीज़ें विशेष रूप से चढ़ाएं। इसकी पूजा से जल्दी शुभ फल मिलते हैं। बिल्व वृक्ष के नीचे दीपक जलाना भी मंगलकारी होता है।
- जल चढ़ाते समय शिवलिंग को हथेलियों से रगडऩा चाहिए। इस उपाय से किसी की भी किस्मत बदल सकती है।
- यदि आप लंबी उम्र चाहते हैं तो शिवलिंग पर रोज दूर्वा चढ़ाएं। इससे शिवजी और गणेशजी की कृपा से सुख-समृद्धि भी बढ़ती हैं।