scriptPitru Paksha 12th Day: द्वादशी का श्राद्ध- जानें इस ति थि पर किसका किया जाता है श्राद्ध और इसका महत्व | who's day is for shradh on dwadashi shradh and its importance | Patrika News

Pitru Paksha 12th Day: द्वादशी का श्राद्ध- जानें इस ति थि पर किसका किया जाता है श्राद्ध और इसका महत्व

locationभोपालPublished: Oct 02, 2021 07:00:06 pm

12th Day of Shradh paksha: द्वादशी श्राद्ध का भी विशेष महत्व

Dwadashi shradh

12 day of shradh parv

भाद्रपद माह की पूर्णिमा से शुरु हुए पितृ पक्ष का अंतिम दिन आश्विन अमावस्या को माना जाता है। ऐसे में इस बीच आने वाले सभी तिथियों में किसी न किसी का श्राद्ध किया जाता है। ऐसे में कल यानि रविवार, अक्टूबर 03, 2021 को आश्विन कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि पड़ रही है। इस दिन सन्यासियों को श्राद्ध किया जाता है।

इसे पितृ पक्ष का द्वादशी श्राद्ध भी कहा जाता है। दरअसल हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार पितृ पक्ष में पूर्वज पितृ लोक से धरती पर आते हैं, और अपने कुल के लोगों को खुश देखकर स्वयं भी प्रसन्न होते हैं।

Shradh ka adhikar

वहीं मान्यता के अनुसार इस दौरान पृथ्वी में जीवित अवस्था में रहने वाले उनके संबंधी अपने पितरों को श्राद्ध कर्म के माध्यम से याद करने के साथ ही उन्हें तृप्त भी करते हैं, जिससे उन्हें पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

माना जाता है कि पितृ पक्ष में धरती पर आए पूर्वज उन्हें याद करने वाली संतानों को आशीर्वाद देते हैं। वहीं श्राद्ध नहीं करने वालों से पितर नाराज होते हैं और उन्हें शाप देकर जाते हैं। ऐसे में जिस तिथि पर जिन पूर्वजों की मौत हुई थी पितृपक्ष में उसी दिन उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है।

Must raed- Pitru Paksha 2021: श्राद्ध कैलेंडर 2021

पंडित एके शर्मा के अनुसार श्राद्ध से व्यक्ति को पितरों की कृपा प्राप्त होती है, जिसके फलस्वरूप उसे जीवन की कई परेशानियों से निजात मिलती है। वहीं जहां तक श्राद्ध की द्वादशी तिथि के संबंध में बात है तो इस दिन निमित्त श्राद्ध और तर्पण किया जाता है।

जानकारों के अनुसार जिस प्रकार हर तिथि का अपना महत्व और उद्देश्य है, उसी प्रकार द्वादशी श्राद्ध का भी विशेष महत्व बताया गया है। यह दिन मुख्य रूप से सन्यासियों के लिए निश्चित होता है, इसी कारण इस दिन सन्यासियों का श्राद्ध किया जाता है।

Must raed- Shradh Paksha: इन दिनों अपने पितर यदि सपने में दिखें, तो ऐसे समझें उनके इशारे

shradh_list_2021

यानि इस तिथि को उनका श्राद्ध करने का विधान है, जो साधु-सन्यासी होते हैं। इसके अलावा इस तिथि पर उनका श्राद्ध भी किया जाता है जिनकी इसी तिथि पर मृत्यु हुई होती है। इसके साथ ही इस दिन दान देने की महत्ता बताई गई है।

Must raed- Pitru Paksha 2021: पितर आपसे नाराज है या खुश इन संकेतों से पहचानें

जानकारों का कहना है कि पितृ पक्ष में द्वादशी तिथि के श्राद्ध से खास लाभ होते हैं। इस दिन का श्राद्ध राष्ट्रीय हित के लिए भी श्रेष्ठ माना गया है। द्वादशी श्राद्ध से जहां देश के अन्न भंडार में वृद्धि होती है। वहीं द्वादशी तिथि के श्राद्ध से संतान व ऐश्वर्य सुख मिलने के साथ ही बुद्धि, धारणाशक्ति प्रबल होती है और दीर्घायु की भी प्राप्ति होती है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो