शहर में बीते साल जलभराव से अभी तक जूझ रहे लोगों की सैकड़ों शिकायतों के बाद नगर परिषद इस दफा एक्शन मोड में है। एक तरफ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तो दूसरी तरफ बीते साल तय समय सीमा में नालों की सफाई कार्य नहीं करने वाली फर्म संजय कुमार कांट्रेक्टर एण्ड सप्लायर धौलपुर को ब्लैक लिस्टेड (काली सूची) कर दिया है।
- अव्यवस्था से बचने इस दफा परिषद 3 हिस्सों में कराएगी नालों की सफाई
- 28 अपे्रल को टेंडर, फिर जल्द शुरू होगा नालों की सफाई कार्य
धौलपुर. शहर में बीते साल जलभराव से अभी तक जूझ रहे लोगों की सैकड़ों शिकायतों के बाद नगर परिषद इस दफा एक्शन मोड में है। एक तरफ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तो दूसरी तरफ बीते साल तय समय सीमा में नालों की सफाई कार्य नहीं करने वाली फर्म संजय कुमार कांट्रेक्टर एण्ड सप्लायर धौलपुर को ब्लैक लिस्टेड (काली सूची) कर दिया है। नगर परिषद प्रशासन ने इससे पूर्व फर्म को कार्यों के संबंध में समय समय पर नोटिस जारी किए लेकिन कोई संतोषप्रद जवाब नहीं मिला। परिषद ने उक्त कृत्य को राजकार्य में उदासीनता मनाते हुए फर्म को ब्लैक लिस्टेड की कार्रवाई की है। उधर, परिषद प्रशासन शहर के नालों की सफाई के लिए आगामी 28 अप्रेल को टेंडर खोलेगा। इस दफा एक फर्म को टेंडर नहीं दिया जाएगा। शहर को अलग-अलग हिस्सों में बांटकर तीन पार्ट में ठेकेदारों से सफाई कार्य कराया जाएगा। जिससे कार्य तय समय सीमा में हो सके। जिससे आगामी मानसूनी बरसात में जलभराव की समस्या से लोगों को नहीं जूझना पड़े।
14 नालों की होनी थी सफाई
नगर परिषद ने कार्रवाई को लेकर जारी किए पत्र में बताया कि ई-निविदा के जरिए 23 फरवरी 2024 को आमांत्रित की गई थी। जिसमें उक्त फर्म ने भाग लिया था। फर्म को तय नियम व शर्तों के अनुसार 13 मार्च 2024 को 1 लगायत 14 कार्यों (नाला सफाई) का दिया गया था। उक्त कार्य फर्म को दो माह 13 मई 2024 तक करना था। लेकिन उक्त कार्यों को नहीं किया गया। कार्य नहीं होने से शहर में पानी निकासी की गंभीर समस्या रही। नगर परिषद को वित्तीय हानि और उसकी छबि खराब हुई। परिषद ने अनुबंध शर्तों की अवहेलना करने पर आटीटीपी रुल्स 2013 पीडब्ल्यूएफ एंड एआर रुल्स पार्ट द्वितीय के अनुसार फर्म को कालातीत (ब्लैक लिस्टेड) में शामिल किया जाता है।
पूर्व जिला कलक्टर ने भी चेताया था...
शहर में जलभराव और बाड़ी रोड पर पानी भरने समेत कई समस्याओं को लेकर तत्कालीन जिला कलक्टर अनिल अग्रवाल ने भी नगर परिषद प्रशासन को चेताया था। तत्कालीन जिला कलक्टर ने उस समय के आयुक्त, अधिशासी अभियंता समेत अन्य को कार्यालय बुलाकर बैठक ली थी और जमकर लताड़ लगाते हुए फर्म को ब्लैक लिस्टेड करने के निर्देश दिए थे। लेकिन उस समय नगर परिषद प्रशासन ने सुस्त रवैया दिखाया।
- उक्त फर्म को ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। अब शहर के नालों की सफाई के लिए तीन पार्ट में टेंण्डर होने जा रहे हैं। इस माह अंत तक टेंडर होने पर अगले माह से सफाई कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
- अशोक शर्मा, आयुक्त नगर परिषद