धौलपुर

एजीटीएफ ने दो दिन पहले से ही डाल रखा था डेरा, सूचना पर कार्रवाई

जिले के राजाखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव बसई घीयाराम में पिता-पुत्र के पास बरामद किया हथियार एके 47 और 34 कारतूस मामले ने इलाके में हडक़ंप मचा दिया। सूत्रों के अनुसार जयपुर की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने दो दिन पहले धौलपुर पहुंच गई थी और बदमाशों धरदबोचने के लिए डेरा डाल रखा था।

less than 1 minute read

- एजीटीएफ कार्रवाई में एके 47 हथियार जप्त करने का मामला

- - राजाखेड़ा के गांव बसई घीयाराम में हुई कार्रवाई

धौलपुर. जिले के राजाखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव बसई घीयाराम में पिता-पुत्र के पास बरामद किया हथियार एके 47 और 34 कारतूस मामले ने इलाके में हडक़ंप मचा दिया। सूत्रों के अनुसार जयपुर की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने दो दिन पहले धौलपुर पहुंच गई थी और बदमाशों धरदबोचने के लिए डेरा डाल रखा था। टीम को मुखबिर से जैसे ही सूचना मिली तो टीम इलाके में रवाना हो गई और पिता-पुत्र को एक 47, मैगजीन और कारतूस के साथ धरदबोचा। इससे पहले एजीटीएफ के साथ गत 8 मई को हुई मुठभेड़ के दौरान राजाखेड़ा का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर रामदत्त ठाकुर उर्फ सोनू हथियार लेकर भाग निकला था जबकि उसका साथी माधव पकड़ा गया था। एजीटीएफ ने कार्रवाई में पकड़ा बदमाश जीतू चंबल हिस्ट्रीशीटर रामदत्त का भाई है।

कुख्यात एचएच रामदत्त को बाद में हरियाणा पुलिस ने पकड़ लिया। इसके बाद गिरोह को जीतू देख रहा था। सूत्रों के अनुसार एजीटीएफ को जीतू के बारे में टिप मिली। जिस पर वह एक्टिव हो गई और निगाह राजाखेड़ा क्षेत्र पर गढ़ा दी। टीम को जैसे ही सूचना मिली, उसने कार्रवाई करते हुए जीतू चम्बल व उसके पिता तेजा ठाकुर को धरदबोचा। तलाशी में एके 47 रायफल, एक मैगजीन व 34 कारतूस भी बरामद हुए। चौकान्ने वाला खुलासा ये था कि हिस्ट्रीशीटर रामदत्त ने बीहड़ में खुद की फायरिंग रेंज बना रखी थी, जहां पर बदमाश हथियार चला कर देखते थे। उक्त कार्रवाई ने स्थानीय पुलिस नेटवर्क पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Published on:
06 Jun 2025 06:11 pm
Also Read
View All

अगली खबर