बाड़ी रोड स्थित भाजपा कार्यालय में मंगलवार दोपहर वरिष्ठ पदाधिकारी और चुनाव प्रभारी एवं उत्तराखण्ड सरकार में केबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के समक्ष कुछ कार्यकर्ता आपस में उलझ गए।
धौलपुर. बाड़ी रोड स्थित भाजपा कार्यालय में मंगलवार दोपहर वरिष्ठ पदाधिकारी और चुनाव प्रभारी एवं उत्तराखण्ड सरकार में केबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के समक्ष कुछ कार्यकर्ता आपस में उलझ गए। इनके बीच जमकर कहासुनी हुई। हंगामा देख कमरे का गेट को बंद कर दिया, पर चिल्लाने की आवाज बाहर तक आती रही। शोर-शराबा सुनकर दूसरे कार्यकर्ता आ गए और गेट खोलने का प्रयास किया लेकिन नहीं खुलने पर एक कार्यकर्ता ने लात मारी और बाद में धक्का देने पर लॉक टूटने से गेट खुल गया। यहां मौजूद मीडियाकर्मियोंं के सवाल करने पर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का कहना था कि लॉक खराब हो गया था जिससे गेट खुल नहीं पा रहा था। कार्यकर्ताओं में झगड़े की बात से इनकार किया। सूत्रों के अनुसार चुनाव प्रबंधन को बताया जा रहा है।
बता दे कि भाजपा ने जिला कार्यालय पर प्रेस वार्ता बुलाई थी। जिसमें जिला प्रभारी और केबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, जिला प्रभारी पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली और जिलाध्यक्ष सतेन्द्र पाराशर व संभाग सह मीडिया प्रभारी मुकेश सक्सेना समेत अन्य मौजूद थे। वार्ता के थोड़ी देर बाद कार्यालय में बनाए मीडिया सेंटर के बगल के कक्ष में से शोर-शराबा की आवाज आई। यहां अंदर कक्ष में कुछ कार्यकर्ताओं में कहासुनी हो रही थी, जिन्हें दूसरे कार्यकर्ता समझाइश कर रहे थे। हंगामा होने पर कमरे का गेट बंद कर दिया। शोर-शराबा की आवाज सुनकर और कार्यकर्ता भी पहुंच गए और गेट खोलने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं खुला। इस बीच मीडिया कर्मी भी आ गए। इस दौरान एक कार्यकर्ता ने गेट पर तेज लात मारी पर गेट नहीं खुला। जिस पर धक्का देने लॉक टूटने पर गेट खुल गया। मीडिया कर्मियों को देख कार्यकर्ताओं ने चुप्पी साध ली और कोई बात नहीं होना बताया। जिलाध्यक्ष सतेन्द्र पाराशर ने कहा कि दरवाजे का लॉक खराब होने से खुल नहीं पा रहा था। झगड़े का कोई मामला नहीं है। अन्य पदाधिकारियों से पूछने पर वह भी बात करने से कतराते दिखे।
पहले मंत्री और फिर कार्यकर्ता हुआ रवाना
वहीं, कमरे में जिस कार्यकर्ता कहासुनी हो रही थी वह बाहर निकल आया। कार्यालय में ही खड़ी कार में अपने साथी के साथ बैठकर वह रवाना हो गया। घटना के बाद चुनाव प्रभारी एवं उत्तराखण्ड सरकार में केबिनेट मंत्री रावत भी निकल कर अपने गार्ड के साथ वाहन से चले गए।
मोटा फंड बना कहासुनी की वजह
सूत्रों के अनुसार कार्यकर्ताओं के उलझने की वजह चुनाव प्रबंधन को लेकर बताया जा रहा है। हालांकि, घटना की वजह वरिष्ठ पदाधिकारी बताने से कतराते दिखे। सूत्रों के अनुसार पार्टी मुख्यालय से किसी मद में फंड आया है। इसी फंड को लेकर कक्ष में कुछ कार्यकर्ताओं में कहासुनी हो गई। घटना के बाद कुछ कार्यकर्ता इधर-उधर बातें करते दिखे।
- गेट का लॉक खुल नहीं रहा था। जिस पर गेट को धक्का देकर खोलना पड़ा। कार्यकर्ताओं में झगड़े जैसी कोई घटना नहीं हुई है। तेज आवाज तो वह आपस में बोलचाल की भाषा है, झगड़े जैसा कोई मामला नहीं है।
- धन सिंह रावत, चुनाव प्रभारी एवं उत्तराखण्ड सरकार में केबिनेट मंत्री