करौली व सरमथुरा क्षेत्र में अच्छी बारिश से पार्वती बांध में पानी की आवक ने ऐसी रफ्तार पकडी कि डेढ़ मीटर तक छलांग मार दी।
जिले में सबसे बड़ा पार्वती बांध झलकने की ओर बढ़ रहा है। लोगों में खुशी इस बात की है कि पार्वती बांध महज डेढ़ मीटर से कम खाली है। तीन दिन करौली व सरमथुरा क्षेत्र में अच्छी बारिश से पार्वती बांध में पानी की आवक ने ऐसी रफ्तार पकडी कि डेढ़ मीटर तक छलांग मार दी। बांध का जलस्तर 10 दिन में डेढ़ मीटर तक गया। रविवार शाम छह बजे तक पार्वती बांध का जलस्तर 222 मीटर तक पहुंच गया है।
सिंचाई विभाग के जेईएन सुशील गुर्जर ने बताया कि 10 दिन में पार्वती बांध के कैचमेंट एरिया में झमाझम बारिश होने के कारण पार्वती व शैरनी नदी में उफान आने से शुक्रवार शाम तक पार्वती बांध में पानी की जबरदस्त आवक हुई है।
पार्वती बांध में डेढ़ मीटर पानी बढने के बाद जलस्तर 222 मीटर पर पहुंच गया है। हालांकि दो दिन बारिश धीमी गति से होने के कारण रविवार शाम तक पार्वती बांध का जलस्तर 222 मीटर पर सीमित है। जबकि पार्वती बांध की भराव क्षमता 223.41 है।
उन्होने बताया कि बांध में पानी की आवक इसी प्रकार बनी रही तो दस दिन में पार्वती बांध के फुल होने की संभावना है। बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण सिचाई विभाग के अधिकारी निरंतर निगरानी रखे हुए है। हालांकि रविवार शाम को सरमथुरा व आंगई क्षेत्र में झमाझम बारिश से पार्वती बांध का जलस्तर बढ़ने की आशंका है।
सरमथुरा उपखंड में पार्वती बांध से वृहद ग्रामीण पेयजल योजना के तहत सरमथुरा शहर सहित 93 गांवों में नियमित पेयजल आपूर्ति की जा रही है। जलदाय विभाग पार्वती बांध से प्रतिदिन 10 मिलियन लीटर यानी 100 लाख लीटर पानी की नियमित आपूर्ति करता है। जिसके लिए जलदाय विभाग ने पार्वती बांध पर पंपहाउस व जोरगढी में प्लांट लगाया है। पार्वती बांध में क्षमता के अनुसार पानी होने पर पेयजल व सिंचाई दोनो ही योजनाओं को भरपूर पानी मिल सकेगा।