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डॉक्टर बन दवा सप्लाई के नाम पर ठगे 11 लाख, आरोपित गिरफ्तार

. निहालगंज थाना पुलिस ने मेडिकल कॉलेज का चिकित्सक बनकर लाखों रुपए ऐंठने वाले आरोपित सख्स को गिरफ्तार किया है। यूपी के बंदायू निवासी आरोपित से पुलिस ने झांसा देकर ऐंठी 11.40 लाख में से 9 लाख रुपए बरामद किए हैं। आरोपित ने स्वयं को मेडिकल कॉलेज का चिकित्सक होना बताया और पीडि़त की पुराना डाकखाना चौराहे स्थित ई-मित्र की दुकान से ही एक फर्म में दवा सप्लाई के नाम पेमेंट करता था। जिस पर ई-मित्र संचालक उसके झांसे में आ गया और उसे 11.40 लाख रुपए का भुगतान कर दिया था।

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डॉक्टर बन दवा सप्लाई के नाम पर ठगे 11 लाख, आरोपित गिरफ्तार Man posing as doctor duped Rs 11 lakh in the name of medicine supply, accused arrested

- शहर में पुराना डाकखाना चौराहे स्थित संचालक की ई-मित्र से करता था फर्जी पेमेंट ट्रांसफर

- पुलिस ने पकड़े आरोपित से बरामद किए 9 लाख रुपए

धौलपुर. निहालगंज थाना पुलिस ने मेडिकल कॉलेज का चिकित्सक बनकर लाखों रुपए ऐंठने वाले आरोपित सख्स को गिरफ्तार किया है। यूपी के बंदायू निवासी आरोपित से पुलिस ने झांसा देकर ऐंठी 11.40 लाख में से 9 लाख रुपए बरामद किए हैं। आरोपित ने स्वयं को मेडिकल कॉलेज का चिकित्सक होना बताया और पीडि़त की पुराना डाकखाना चौराहे स्थित ई-मित्र की दुकान से ही एक फर्म में दवा सप्लाई के नाम पेमेंट करता था। जिस पर ई-मित्र संचालक उसके झांसे में आ गया और उसे 11.40 लाख रुपए का भुगतान कर दिया था।

पुलिस ने बताया कि पुराना डाकखाना चौराहे निवासी प्रांजल कुमार जैन पुत्र पवन कुमार जैन ने गत 25 अगस्त को शिकायत दी थी। उसकी यहां ई-मित्र की दुकान है, जिस पर एक व्यक्ति आया और उसने स्वयं को धौलपुर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर होना बताया। नाम उसने डॉ.पंकज विकास बताया। उसने ई-मित्र के जरिए ऑरेंज एंटरप्राइसेज फर्म के नाम पर कई दफा राशि ट्रांसफर करवाए। और वह कमीशन और राशि भी ऑनलाइन ट्रांसफर कर देता था। जिससे पर उसे विश्वास हो गया। विकास ने उसे फोन किया कि वह स्वास्थ्य मंत्रालय जयपुर आया हुआ है और शाम तक धौलपुर आएगा। धौलपुर हॉस्पिटल को दवाइयों की जरुरत है, इसलिए रुपए ट्रांसफर कर दो। जिस पर उससे 11.40 लाख रुपए प्राप्त किए। कहा कि बड़ा ऑर्डर मिला है और वह दो-तीन में मंत्रालय से बिल पास करवा देगा। उसने ट्रांसफर किए पैसे मांगे तो उसने 2 लाख रुपए और ट्रांसफर करने को कहा। जिस पर उसने मना कर दिया। इसके बाद उसने व्हाट्सअप पर मैसेज कर 6.85000 रुपए उसके खाते में ट्रांसफर करने की शर्त रखी। कहा कि वह सारे पैसे वापस कर देगा, उसे मना कर दिया। शक होने पर मेडिकल कॉलेज में पता किया तो बताया कि उक्त नाम का कोई व्यक्ति चिकित्सक नहीं है। न ही उक्त फर्म के नाम पर दवा आती है। एफआइआर दर्ज कर पुलिस ने उसका खाता सीज करवा दिया। जांच करते हुए पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाले आरोपित अरसद अली खान पुत्र मोहम्मद मियां खान निवासी अलापुर जिला बदायूं यूपी हाल चारबाग राजेन्द्र नगर लखनऊ से गिरफ्तार कर 9 लाख रुपए की राशि बरामद की है।