
एेसा रखेंगे अपना आहार ताे नहीं हाेंगे कुपाेषण का शिकार
यदि लोग पर्याप्त खाना नहीं खाते या उनके भोजन में पोषक तत्वों की कमी होती है तो वे कुपोषण के शिकार हो जाते हैं। कुपोषण का अर्थ है 'खराब पोषण'। इसकी वजह से शारीरिक विकास में कमी, थकान, घाव भरने में अधिक समय लगना, त्वचा पतली, सूखी, पीली व ठंडी हो सकती है और सांस लेने में कठिनाई जैसी दिक्कत होने लगती हैं।
बच्चों में कैलोरी और प्रोटीन की कमी वाले आहार के कारण वजन में कमी, लंबाई न बढ़ना, कम प्रतिरोधक क्षमता और कमजोर मानसिक विकास जैसी विसंगतियां पैदा हो जाती हैं। नवजात शिशुओं, छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं व वयस्कों को सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी सहित कुपोषण का सबसे अधिक खतरा होता है।
एेसे करें बचाव
- रात को 50 ग्राम किशमिश पानी में भिगो कर रख दें और सुबह इसे अच्छी तरह से चबाकर खा लें। इस प्रक्रिया को 2-3 महीने नियमित तौर पर करने से तीन महीने में ही कुपोषण मुक्त हो जाएंगे और आपका वजन भी बढ़ जाएगा।
- अपने खाने में प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाएं। दालें प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत होती है इसलिए अपने खाने में ज्यादा से ज्यादा दालों को जगह दें।
- दूध और दूध से बने उत्पादों का सेवन करने से भी आप कुपोषण के खिलाफ जंग लड़ सकते हैं। इसके लिए आपको रोजाना 300-500 मिली लीटर दूध पीना होगा।
- रोजाना एक कटोरी बींस खाना आपकी सेहत के लिए काफी लाभकारी हो सकता है। रोजाना अखरोट खाने से आपका वजन बढ़ जाएगा। इसमें मौजूद मोनो सैचुरेटिड फैट आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
- पूरी नींद ना लेने की वजह से आपके शरीर पर प्रभाव पड़ता है साथ ही शरीर थका हुआ महसूस करता है। इसलिए रोजाना 7-8 घंटे की नींद जरूर लें।
- रोजाना 100-200 ग्राम काले भुने हुए चने खाने से भी आप कुपोषण को मात दे सकते हैं। आप चाहें तो इन्हें रात में भिगोकर रख दें और सुखा लें। इससे भी आपको फर्क साफ दिखेगा।
- कैल्शियम और आयरन की दवाओं को नियमित खाने से भी आप कुपोषण से मुक्ति पा सकते हैं। ये दवाए आप किसी भी सरकारी अस्पताल से मुफ्त में ले सकते हैं।
Updated on:
09 Feb 2019 02:39 pm
Published on:
09 Feb 2019 01:20 pm
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