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जानिए एेसे भोजन के बारे में जिसे खाकर आप खुश रह सकते हैं

कई वैज्ञानिक ऐसे भोजन के बारे में बताते हैं जिसे खाकर आप ज्यादा खुश रह सकते हैं और आपका दिमाग शांत रहता है।

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जयपुर

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Vikas Gupta

Mar 12, 2019

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कई वैज्ञानिक ऐसे भोजन के बारे में बताते हैं जिसे खाकर आप ज्यादा खुश रह सकते हैं और आपका दिमाग शांत रहता है।

शोध बताते हैं कि भोजन को एक आध्यात्मिक अनुभव बनाने के लिए आपको शांत चित्त से भोजन करना चाहिए। अगर भोजन करने से पहले अपने आराध्य को याद करते हैं तो आपका ध्यान भोजन पर रहता है और यह सही तरीके से पचता है।

कई वैज्ञानिक ऐसे भोजन के बारे में बताते हैं जिसे खाकर आप ज्यादा खुश रह सकते हैं और आपका दिमाग शांत रहता है। आपकी प्लेट में क्या रखा है यह तो महत्व रखता ही है। लेकिन भोजन को खुशियों भरा अनुभव बनाने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि आप कैसे भोजन करते हैं और आपके साथ उस दौरान कौन मौजूद होता है। आपने महसूस किया होगा कि जब भी आप भोजन के बारे में सोचते हैं, दिमाग में एक प्रकार की खलबली सी मचती है क्योंकि दिमाग डोपामाइन रिलीज करता है। यह एक प्रकार का कैमिकल कंपाउंड है जो शरीर में न्यूरोट्रांसमीटर के रूप में मौजूद होता है। भोजन के खयाल या स्वाद के बारे में सोचने पर दिमाग 'हैप्पी जोन' में चले जाने का अहसास करता है।

भोजन में खोजें खुशियां -
अब आप कल्पना करें कि आपकी खाने की प्लेट में 'हैप्पी फूड' के रूप में पसंदीदा खास भोजन परोसा जाता है। वैज्ञानिक पालक, काजू, अखरोट, ब्लूबेरी, डार्क चॉकलेट, ब्राउन राइस, केले, साबुत अनाज, छोले, दाल और आलू आदि कई चीजों को 'हैप्पी फूड' की श्रेणी में रखते हैं।

तनाव को दूर करता -
डाइटीशियन इंद्रयाणी पवार कहती हैं कि जब भी 'हैप्पी फूड' की बात होती है तो दिमाग पर भी फोकस किया जाता है। विटामिन, मिनरल और फैटी एसिड से भरपूर भोजन दिमाग के कामकाज को सामान्य रखते हैं। ऐसा भोजन 'हैप्पी कोशेंट' बढ़ाकर तनाव, घबराहट को कम करता है।

सुकून के भाव से करें भोजन -
इटली की फैशन आइकन एल्सा शापर्ले ने एक बार कहा था कि भोजन करना सिर्फ एक भौतिक सुख नहीं है। इससे जीवन को आनंद मिलता है और सद्भावना पैदा होती है। भोजन को आध्यात्मिक अनुभव बनाने के लिए शांत चित्त से भोजन करें।

घर का खाना लें -
कई बार ऐसा होता है कि आपको पता लग जाता है कि सामने रखा भोजन स्वाद में अच्छा नहीं है लेकिन किसी अपने ने उसे तैयार किया होता है तो आप खुद ही भोजन का स्वाद लेने को आतुर हो जाते हैं। यही कारण है कि आप किसी महंगे रेस्तरां के बजाय घर पर दादी या नानी के हाथ की स्पेशल रेसिपी खाना पसंद करते हैं।

भोजन से रिश्ता जोड़ें -
भोजन का आनंद लेने के लिए आपको इसे धीरे-धीरे चबाना चाहिए। चबाने की आवाज को गौर से सुनें और इसे महसूस करने की कोशिश करें। क्या आप खुद को ऊर्जावान महसूस करते हैं, पेट फूल जाता है या आपको मिचली आती है। ऐसा तीन दिन करें और आप खुद समझ जाएंगे कि आपका भोजन के साथ कैसा रिश्ता है।

सेहत पर पॉजिटिव असर -
ऐसा नहीं है कि 'हैप्पी फूड' सेहतमंद भोजन है इसलिए स्वादिष्ट नहीं होगा। पनीर, चॉकलेट, केले आदि 'हैप्पी फूड' हैं। इनसे सेहत पर पॉजिटव असर होगा।

ध्यान बंटा तो पेट नहीं भरेगा -
यदि आपका ध्यान भोजन व गैजेट्स के बीच में बंटा है व आप खाने का स्वाद नहीं ले रहे हैं, तो आप पेट भरने का अहसास नहीं कर पाएंगे और ज्यादा खाने लगेंगे।