
अक्सर देखा जाता है कि लोग रिफाइंड शुगर के होने वाले नुकसानों से बचने के लिए लोग गुड़ का उपयोग शुरू करते हैं लेकिन कई बार देखने को मिलता है कि गुड़ में मिलावट होती है। हाल में कई ऐसी जांचों में पता चला है कि गुड़ में भी कई तरह की मिलावट हो रही है। आज के अंक में बताएंगे कि गुड़ में किस-किस तरह की मिलावट हो रही है और उन्हें कैसे पहचान सकते हैं।
सर्दी के दिनों में गुड़ का उपयोग कई चीजों में किया जाता है। इन दिनों में इसकी मांग अधिक हो जाती है जैसे गजक, रेवड़ी, गुड़ की चाय, मीठी खिचड़ी, लड्डू आदि। गुड़ सेहत के लिए फायदेमंद होता है। यह न केवल कम कैलोरी होने के कारण वजन नियंत्रित रखने में मदद करता है बल्कि इसमें कई ऐसे खनिज व दूसरे पोषक तत्त्व होते हैं जो एनीमिया आदि से बचाव करते हैं।
गुड़ की खूबियां
गुड़ में कई तरह की खूबियां पाई जाती हैं। ये आपके शरीर से खतरनाक तत्त्वों को बाहर करता है यानी डिटॉक्सिफिकेशन करता है। गुड़ में कैल्शियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, आयरन, जिंक, प्रोटीन जैसे कई पोषक तत्त्व पाए जाते हैं लेकिन जिस गुड़ को आप गुणकारी समझकर खा रहे हैं, वह मिलावटी भी हो सकता है।
मिलावट की पहचान
स्वाद से पहचानें
गुड़ की पहचान के लिए उसे चखकर देखना चाहिए। असली गुड़ मीठा होता है। अगर नमकीन या खट्टा स्वाद है तो उसमें मिलावट हो सकती है। मिलावटी गुड़ में जो केमिकल इस्तेमाल किया जाता है उससे स्वाद थोड़ा कड़वाहट लिए हो सकता है। खरीदने से पहले इसको चखें।
पानी में मिलाकर
असली और मिलावटी गुड़ में अंतर करने का एक और तरीका है उसे पानी में डालकर देखना। पानी में डालने पर असली गुड़ पूरी तरह घुल जाता है जबकि मिलावटी गुड़ के टुकड़े पानी के नीचे बर्तन पर चिपक जाएंगे। गुड़ के छोटे टुकड़े करके पानी में मिलाएं।
रंग के अनुसार भी देखें
मिलावटी गुड़ का रंग सफेद, हल्का पीला या लाल होता है। ये दिखने में ज्यादा चमकदार होता है। ज्यादा भूरे रंग का गुड़ असली होता है। वहीं पीले रंग का या हल्के भूरे रंग का गुड़ न चुनें क्योंकि ये मिलावटी हो सकता है। अगर गुड़ का रंग लाइट ब्राउन या सफेद रहे तो ये इस बात की निशानी होती है कि गुड़ का रंग साफ करने के लिए उसमें केमिकल का उपयोग किया गया है।
Updated on:
24 Sept 2023 03:11 pm
Published on:
24 Sept 2023 03:09 pm
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