डिंडोरी

पहली ही बारिश में क्षतिग्रस्त हो गई दनदना जलाशय नहर, खेतों में पटा मलवा

जल संसाधन विभाग की लापरवाही का किसान भुगत रहे खामियाजाडिंडौरी. जनपद पंचायत मेंहदवानी अंतर्गत दनदना नदी में करोड़ों की लागत से जल संसाधन विभाग ने बांध का निर्माण कराया था। इससे 12 गांव के किसानों के खेतों की सिंचाई के लिए नहर बनाई गई नहर किसानों के लिए आफत साबित हो रही है। नहर निर्माण […]

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Jun 27, 2025

जल संसाधन विभाग की लापरवाही का किसान भुगत रहे खामियाजा
डिंडौरी. जनपद पंचायत मेंहदवानी अंतर्गत दनदना नदी में करोड़ों की लागत से जल संसाधन विभाग ने बांध का निर्माण कराया था। इससे 12 गांव के किसानों के खेतों की सिंचाई के लिए नहर बनाई गई नहर किसानों के लिए आफत साबित हो रही है। नहर निर्माण में निर्धारित मापदण्डों की अनदेखी व तकनीकी त्रुटियांं किसानों के लिए समस्या का सबब बन गई है। बताया जा रहा है कि मिट्टी की मेड़ बनाकर नहर का रूप दे दिया गया है। इसके चलते यह कभी भी फूट जाती है और पानी के साथ ही पूरा मलवा किसानों के खेत में पट जाता है, जिससे किसान खेती नहीं कर पाते हैं। किसानों की माने तो नहर निर्माण के बाद से ही यह समस्या बनी हुई है। इसके समाधान के लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाएगए हैं।


सिर्फ नुकसान हो रहा


किसानों ने बताया कि रबी फसल के सीजन में नहर से पानी नहीं मिलने से खेती प्रभावित होती है तो खरीफ की फसल में नहर फूटने से खेतों में मलबा भरने से फसलें प्रभावित हो रही है। दनदना नदी में जलाशय निर्माण होने के बाद से किसानों को सिर्फ नुकसान ही हो रहा है।


जगह जगह फूटी नहर


जल संसाधन विभाग की लापरवाही के चलते दनदना जलाशय की नहर प्रतिवर्ष जगह जगह से फूट जाती है। मरम्मत के नाम पर हर वर्ष जल संसाधन विभाग लाखों रुपए खर्च कर रहा है, लेकिन उसके सार्थक परिणाम कहीं भी नजर नहीं आ रहे हैं। यह सिलसिला जलाशय निर्माण के बाद से चला आ रहा है। बीती रात्रि बारिश के पानी के बहाव में नहर फूट गई, जिससे किसानों के खेतों में मलवा भर गया।


खेतों में भी असर


किसान नन्हे सिंह, मुन्ना सिंह तथा सोन सिंह ने बताया कि बुधवार को रात्रि बारिश हुई थी जिसमें हमारे खेत के पास नहर फूट गई और पानी के साथ नहर का पूरा मलवा खेतों में बिखर गया। पिछले साल भी नहर फूटी थी, जिससे धान का रोपा बर्बाद हो गया था।


कोई नहीं ले रहा सुध


किसानों ने बताया कि बार बार नहर फूटने और फसल नुकसान होने की जानकारी जल संसाधन विभाग, कलेक्टर और क्षेत्रीय विधायक को दी गई है। इसके बाद भी कोई इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। किसानों ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में भी कई बार शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। पीडि़त किसानों ने शासन प्रशासन से मांग की है कि उन्हें जल संसाधन विभाग से क्षतिपूर्ति राशि दिलाई जाए।


इनका कहना है


मैं अभी एसडीओ को फोन कर मौके पर पहुंचने को कहता हूं और क्या हो सकता है दिखवाता हूं।

एस के शर्मा, ईई जल संसाधन विभाग डिंडौरी

मैं अभी भोपाल जा रहा हूं, कल इंजीनियर को भिजवाकर नहर सुधार कार्य करवा दिया जाएगा और किसानों के खेत की सफाई करा दी जाएगी।
करन सिंह, एसडीओ जल संसाधन विभाग शहपुरा

Published on:
27 Jun 2025 04:14 pm
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