यह नाखून के पीछे या उसके पास होता है। इसमें एक गांठ बन जाती है। अब चूंकि यह गांठ त्वचा के अंदर होती है इसलिए सामान्यत: मरीज का एकदम से इसपर ध्यान नहीं जाता है। लगातार दर्द नहीं होने के कारण भी लोग अक्सर इसे अनदेखा कर देते हैं और डॉक्टर के पास देर से जाते हैं। इसका दर्द नाखून से किसी भी चीज के टच होने या ठंडे पानी में अंगुली डालने पर होता है।
यदि ग्लोमस ट्यूमर बढ़ जाता है तो अंगुली को नुकसान पहुंच सकता है। यदि लंबे समय तक (जो कि कई साल तक हो सकता है) इस दर्द की अनदेखी की जाए तो बीमारी बढ़ सकती है। ट्यूमर के आसपास मवाद होने से अंंगुली की हड्डी में छेद भी हो सकता है। ट्यूमर को सर्जरी से हटाते हैं। यह ट्यूमर चोट लगने के कारण भी हो सकता है।
आर्थोपेडिक सर्जन,
जयपुर